देहरादून 10 दिसंबर , भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि इंवेस्टर समिट मे निवेश को लेकर हुए करार से कांग्रेस हतभ्रम और कंफ्यूज है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस से इस बारे मे सराहना और आलोचना के रूप मे दो विचार सामने आ रहे है जो कि पूरी तरह से समिट की सफलता की ओर इशारा कर रहे हैं।

चौहान ने कहा कि पीएम मोदी का वेड इन इंडिया की देश के समृद्ध वर्ग और औधोगिक घरानो के की गयी अपील का चारों तरफ स्वागत किया गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत भी इस निर्णय को भी सराहनीय मानते है और इसे फील गुड वाला आइडिया करार दिया। वहीं हरीश रावत ने पीएम की पहल लोकल, वोकल और ग्लोबल को शसक्त मंत्र भी बताया। लेकिन राज्य मे कांग्रेस अध्यक्ष इससे इत्तेफ़ाक नही रखते है।

उन्होंने कहा कि किसी भी योजना के धरातल पर उतरने से पहले उसकी पूरी एक्सरसाइज होती है। उत्तराखंड मे ऐसे कई रमणीक खूबसूरत और पौराणिक स्थल हैं और यहाँ पर वैवाहिक कार्यक्रम आयोजित हो सकते है। दूसरे देशों के बजाय राज्य मे निवेश आने से निश्चित तौर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि व्यवस्थित तरीके से इसका लाभ लिया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि विरोध जाता रहे कांग्रेसी विरोध के पीछे का तर्क स्पष्ट नही कर पा रहे है। चौहान ने कहा कि पहले निवेश के लक्ष्य के पूरा होने पर संशय और तमाम सवाल उठा रहे कांग्रेस अब लक्ष्य से अधिक 3.50 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव से हतभ्रम है तो जमीन की बात कर रही है। उन्होंने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी पहले ही साफ कर चुके हैं कि निवेश के अनुरूप पहले ही जमीन की प्रयाप्त व्यवस्था की गयी है।

राज्य मे 6 हजार एकड़ से अधिक का लैंड बैंक है और इसे निवेशकों को मुहैया कराया जायेगा। देश विदेश से निवेशकों को न्यौता देने से पहले ही पूरा होम वर्क किया गया है। उधोग लगाने के लिए पर्याप्त भूमि है। चौहान ने कहा कि समिट मे उतराखंडी व्यंजन भी पर्याप्त रूप से विदेशी मेहमानों को परोसे गए। समिट मे विदेशी मेहमानों को भोजन परोसने वाले ताज ग्रुप के सेफ भी उतराखंडी उत्पादों की जमकर तारीफ करते नजर आये।

उन्होंने समिट को सुखद और राज्य मे समृद्धि लाने वाला सफल अवसर बताया। चौहान ने कहा कि पीएम मोदी के मार्गदर्शन और सीएम धामी जिस तरह से राज्य को शिल्पी की भूमिका मे आगे बढ़ा रहे है उससे निश्चित तौर पर राज्य देश के अग्रणी राज्यों मे सुमार होने मे कुछ वक्त ही पीछे है।