हल्द्वानी। हल्द्वानी के बनभूलपुरा हिंसा में नैनीताल पुलिस ने छह और उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 02 अवैध तमन्चा, 06 जिन्दा कारतूस व 02 खोखे बरामद हुए हैं। अभी तक कुल 36 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। 41 शस्त्र धारकों के निरस्त शस्त्र थाने में जमा कराए गए हैं। अतिक्रमण स्थल पर नयी पुलिस चौकी की स्थापना कर दी गई है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने आज पत्रकारों को यह जानकारी दी। बताया कि 08 फरवरी को बनभूलपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के दौरान उपद्रवियों द्वारा पुलिस प्रशासन, नगर निगम व मीडिया कर्मियों पर पथराव, आगजनी व गोलीबारी की हिंसक घटना को अंजाम दिया था। इस सम्बन्ध में थाना-बनभूलपुरा में 03 अभियोग मु०अ०सं०-21/2024, 22/2024 व 23/2024 दर्ज किये गये हैं। हिंसक घटना में संलिप्त उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिये एसएसपी नैनीताल द्वारा हरबन्स सिंह, एसपीसिटी हल्द्वानी के पर्यवेक्षण में वृहद स्तर पर विभिन्न टीमों का गठन किया गया है। पुलिस टीमों ने घटनास्थलों के पास के सीसीटीवी के अवलोकन एवं अन्य साक्ष्यों के आधार पर घटनास्थलों के आसपास स्थित घरों में दबिश दी। इन मुकदमों में पूर्व में 30 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अवैध हथियार व कारतूस बरामद किये गये। इसी कड़ी में पुलिस द्वारा बनभूलपुरा में घटित हिंसक घटना में संलिप्त शेष उपद्रवियों में से 06 उपद्रवियों को दो अवैध तमन्चा, 06 जिन्दा कारतूस व 02 खोखे के साथ गिरफ्तार किया गया है।इसके अतिरिक्त हिंसक घटना के दृष्टिगत बनभूलपुरा क्षेत्र में कुल 120 लाईसेन्स धारकों के शस्त्र लाइसेन्स निरस्त किये जाने के आदेश के अनुपालन में पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए 41 शस्त्र जमा किये गये हैं।

बनभूलपुरा में हुई हिंसक घटना को मद्देनजर रखते हुए मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड द्वारा नया पुलिस थाना खोले जाने हेतु की गयी घोषणा के कम में तत्काल अनुपालन करते हुए प्रभावी सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था स्थापित करने के लिये नैनीताल पुलिस द्वारा उक्त अतिक्रमण स्थल पर घोषणा के 24 घण्टे के भीतर ही पुलिस चौकी स्थापित की गयी है। जिसका उ‌द्घाटन हिंसा के दौरान घायल 02 महिला उपनिरीक्षकों द्वारा योगेन्द्र सिंह रावत, पुलिस उपमहानिरीक्षक कुमांयू परिक्षेत्र महोदय की उपस्थिति में कराया गया। चौकी में 01 उपनिरीक्षक व 04 कान्सटेबलों की तैनाती की गयी है तथा मौके पर पीएसी व पैरामिलिट्री सुरक्षा बल भी तैनात किये गये हैं। साथ ही उक्त स्थल पर थाने के निर्माण हेतु प्रस्ताव शासन को भेजा जा रहा है। भविष्य में सभी राजकीय कार्य उक्त चौकी से ही सम्पादित किये जायेंगे।