देहरादून 3 जनवरी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि पार्टी ने निकाय चुनावों में संगठन को सर्वोपरि रखते हुए 85 से कम 90 प्रतिशत हार्ड कोर कार्यकर्ताओं और युवाओं को निकाय में टिकट दिये हैं। पार्टी ने अधिकांश टिकटों में पार्टी प्रतिबद्धता और सक्रियता को तरजीह दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्यवाही से पूर्व अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध नाम वापिस नहीं लेने वालों को भी समर्थन देने का एक और मौका दिया है।
मीडिया से हुई बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि स्पष्ट किया कि भाजपा सैद्धांतिक और विचार समर्पित कार्यकर्ता आधारित पार्टी है। यही वजह है कि इस बार के निकाय चुनाव में लगभग सभी सीटों पर संगठन के समर्पित कार्यकर्ताओं को टिकट मे तरजीह दी गई है। जो कार्यकर्ता लंबे समय से पूरी कर्मठता और समर्पण भाव से पार्टी के लिए काम कर रहा है, उन्हें प्राथमिकता दी गई है। जिसमें हार्ड कोर कैडर और युवाओं को भी विशेष रूप से अधिक अवसर दिए गए हैं। देहरादून और हल्द्वानी निगमों में श्री सौरभ थपलियाल और गजराज बिष्ट इसका सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हैं। निगमों के अतिरिक्त नगरपालिका एवं नगर पंचायत अध्यक्ष समेत पार्षदों, सभासदों और वार्ड मेंबरों में भी लगभग शत प्रतिशत पार्टी के पुराने योग्य और जुझारू कार्यकर्ता को आगे बढ़ाया गया है।
उन्होंने कहा कि जीत की संभावना और योग्य उम्मीदवारों की संख्या अधिक होने के कारण हमारे सामने बड़े पैमाने पर विकल्प सामने आए थे। लेकिन पार्टी के अनुशासित सिपाही होने के नाते अधिकांश ने नाम वापिस ले लिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी कैडर आधारित पार्टी है, लिहाजा हमारी प्राथमिकता उनकी मनोभावना एवं अपेक्षाओं का अहसास करते हुए सामंजस्य बिठाने की है। पार्टी नहीं चाहती है कि जिन्होंने अपना अमूल्य योगदान पार्टी में दिया है उन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए। यही वजह है कि उन्हें अंतिम अवसर दिया जा रहा है, ताकि वे नाम वापसी की तिथि निकलने के बाद भी पार्टी उम्मीदवार को समर्थन दे सकते हैं।
उन्होंने तीन स्थानों पर भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष, निर्विरोध निर्वाचित होने पर खुशी जताई है। जिसके लिए उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और संबंधित क्षेत्र की जनता को बधाई दी है। साथ ही इसे सरकार के कार्यों और संगठन के कामों की जीत बताते हुए निकाय चुनावों के लिए शुभ शुरुआत बताया है।
प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशों पर ऐसे तमाम कार्यकर्ताओं को एक दिन का मौका दिया गया है कि जिन लोगों नाम वापिस नहीं लिया है। उन सभी से पदाधिकारियों द्वारा बातचीत हो रही है, ताकि वे पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के पक्ष में खड़े हो जाएं।