आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी आशीष भटगांई की अध्यक्षता में ग्राम टुंडी–बारमो क्षेत्र में किए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा हेतु एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ. दीपक सैनी के साथ-साथ सभी रेखीय विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक का मुख्य उद्देश्य बारमो–टुंडी क्लस्टर के समन्वित और सतत विकास के लिए मौजूदा गतिविधियों का मूल्यांकन करना तथा नई दिशा-निर्देश तय करना था। जिलाधिकारी ने क्षेत्र के विकास में आजीविका आधारित गतिविधियों के महत्व पर विशेष जोर देते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि मत्स्य पालन, ड्रैगन फ्रूट एवं कीवी उत्पादन, फार्म मशीनरी बैंक की स्थापना, बकरी और गौ-पालन जैसी गतिविधियों को व्यापक स्तर पर बढ़ावा दिया जाए।

जिलाधिकारी ने इस अवसर पर विशेष रूप से निम्नलिखित क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए:

सिंचाई और जल प्रबंधन के लिए टुंडी गधेरे पर चेक डैम का निर्माण कर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इसके साथ ही सोलर पंपिंग सिस्टम के माध्यम से खेतों और मत्स्य पालन इकाइयों को जल उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे सब्जी उत्पादन और मत्स्य पालन को प्रोत्साहन मिलेगा और किसानों की आय में वृद्धि होगी।

क्षेत्र में पेयजल की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार हेतु नई कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसके अलावा ग्रामीण स्वास्थ्य और स्वच्छता सुविधाओं को मजबूत बनाने के लिए विभागीय समन्वय बढ़ाया जाएगा।

बकरी पालन, डेयरी और मत्स्य पालन को संतृप्ति के आधार पर समग्र कार्ययोजना में शामिल किया जाएगा। पशुपालन के लिए CVO को निर्देशित किया गया है कि सचल चिकित्सा दल के माध्यम से गांवों में लगातार भ्रमण कर पशु चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाएँ।

कीवी और ड्रैगन फ्रूट जैसी उच्च मूल्य वाली फसलें क्लस्टर एप्रोच पर उगाने हेतु ठोस रणनीति तैयार की जाएगी, जिससे किसानों की आय में वृद्धि और क्षेत्र में कृषि विविधीकरण को बढ़ावा मिलेगा।

सिलाई मशीन प्रशिक्षण और मौन पालन जैसी ग्रामीण मांगों के अनुरूप प्रशिक्षण कार्यक्रमों को शामिल कर व्यापक कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इससे ग्रामीणों, विशेषकर महिलाओं और युवाओं के लिए आय के नए स्रोत विकसित होंगे।

बैठक में ADM,PD, DDO, CAO, CVO, AD Fisheries, CHO, DPM REAP, Dairy विभाग, तथा BDO कनालीछीना सहित कई विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि आगामी योजना के अंतर्गत बारमो, मुनाबे, गौच नयाबाद, अखुली, लछेर, कुन्काटिया, धुर्चू समेत पूरे क्लस्टर के गांवों में वृहद विकास कार्ययोजना तैयार की जाएगी।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विभाग मिलकर सामूहिक प्रयास करें और विकास कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करें, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में आजीविका, जल, कृषि, स्वास्थ्य और कौशल विकास सभी क्षेत्रों में समन्वित प्रगति हो।

बैठक समापन पर जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों और विभागों को क्षेत्र के समग्र विकास हेतु निरंतर प्रयास और समर्पित कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कार्ययोजना ग्रामीण समाज के लिए स्थायी विकास की नींव होगी।

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