जोशीमठ। विश्व धरोहर फूलों की घाटी आज मंगलवार को पर्यटकों के लिए बंद कर दी गई है। इस वर्ष 13,161 देशी और विदेशी सैलानियों ने फूलों की घाटी का दीदार किया। फूलों की घाटी के वन क्षेत्राधिकारी गौरव नेगी ने बताया कि अब घाटी को पर्यटकों के लिए अगले वर्ष एक जून को खोला जाएगा। इस साल भारी बारिश, बदरीनाथ हाईवे बार-बार बंद होने और मौसम को देखते हुए यात्रा को बीच-बीच में रोकने से पर्यटकों ने घाटी की ओर कम रुख किया। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष करीब सात हजार कम सैलानी पहुंचे।

घाटी में आने वाले पर्यटकों के पिछले चार सालों का आंकड़ा

वर्ष – भारतीय – विदेशी – कुल

2019 – 16904 – 644 – 17548

2020 – 906 – 10 – 916

2021- 9389 – 15 – 9404

2022 – 20547 – 280 – 20827

2023 – 12760 – 401 – 13,161

घाटी का सबसे पीक समय जुलाई और अगस्त का महीना माना जाता है। यहां सबसे अधिक करीब 300 प्रजाति के फूल खिले होते हैं। इसी दौरान सबसे अधिक पर्यटक भी घाटी में पहुंचते हैं। यहां मुख्य रूप से ब्रह्मकमल, फेनकमल, ब्लूपॉपी, मारीसियस, मैरीगोल्ड, गोल्डन रॉड, जैस्मिन, रोवन, हेलमेट प्लावर, गोल्डन लीली सहित कई फूल खिलते हैं।इसके अलावा यहां दुर्लभ प्रजाति के वन्य जीव हिम तेंदुआ, हिमालयन काला भालू, मोनाल, जंगली बिल्ली, कस्तूरी मृग आदि भी नजर आते हैं।