प्रयागराज। प्रयागराज में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में आस्था का महाकुंभ आरम्भ हो गया। 1.75 करोड़ लोगों ने संगम में डुबकी लगाई। मकर संक्रांति पर अखाड़ों का अमृत स्नान सुबह 6:15 बजे शुरू हुआ। सबसे पहले महानिर्वाणी और अटल अखाड़े के संतों ने स्नान किया। अमृत स्नान 9 घंटे तक चलेगा।

कंपकपाती ठंड के बावजूद श्रद्धालु कई किमी पैदल चलकर घाट तक पहुंचे। लाखों श्रद्धालु रैन बसेरा व साधु-संतों के शिविर में टिके हैं। दिन में शहर के आठ रेलवे स्टेशनों पर यात्री ही यात्री दिखाई दिए। यात्रियों को शटल बसों से महाकुंभ क्षेत्र की सीमा तक पहुंचाया गया। बड़ी संख्या में यात्री विमान से भी आए। श्रद्धालुओं के लिए कुल 12 किलोमीटर दायरे में संगम समेत 44 घाटों पर स्नान की व्यवस्था की गई थी। मकर संक्रांति पर अखाड़ों का अमृत स्नान सुबह 6:15 बजे शुरू हुआ। सबसे पहले महानिर्वाणी और अटल अखाड़े के संतों ने स्नान किया। अमृत स्नान 9 घंटे तक चलेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा है कि पौष पूर्णिमा पर पवित्र स्नान के साथ ही आज से प्रयागराज की पुण्यभूमि पर महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। हमारी आस्था और संस्कृति से जुड़े इस दिव्य अवसर पर मैं सभी श्रद्धालुओं का हृदय से वंदन और अभिनंदन करता हूं। यह विराट उत्सव आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मानवता के मंगलपर्व महाकुंभ पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर पर संगम स्नान का सौभाग्य प्राप्त करने वाले सभी संतगणों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का अभिनंदन। प्रथम स्नान पर्व पर सनातन में आस्था रखने वाले करोड़ों भक्तों ने अविरल निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया।