धारचूला (पिथौरागढ़)। व्यास घाटी के ग्राम कुटी हाल निवासी देहरादून अक्षत कुटियाल ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में पांचवे प्रयास में 908 रैंक प्राप्त कर प्रदेश और अपने परिवार का नाम गौरवान्वित किया है।

अक्षत की प्रारंभिक शिक्षा देहरादून में हुई, जहां उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने प्रतिष्ठित आईआईटी धनबाद से बीटेक की डिग्री प्राप्त की। वर्तमान में अक्षत शिमला स्थित प्रधान महालेखाकार कार्यालय (AG Office) में सहायक लेखाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने नौकरी के साथ-साथ कड़ी मेहनत कर इस कठिन परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।

अक्षत के पिता गणेश सिंह कुटियाल वर्ष 2024 में उत्तराखंड पुलिस विभाग से इंस्पेक्टर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनकी माता स्व. कला कुटियाल केंद्रीय विद्यालय संगठन में TGT अध्यापक थीं, 2024 में उनका निधन हो गया था। अक्षत की बहन अंजली कुटियाल बेंगलुरु में एक कंपनी में लीगल एसोसिएट के रूप में कार्यरत हैं।
अक्षत कुटियाल ने अपना आदर्श अपनी माता स्व कला कुटियाल को देते हुए बताया कि उनकी माता सपना था कि वो सिविल सेवा में जाए। आज अपनी सफलता पर माता का साथ नहीं होने पर उनकी काफी कमी खलने की बात बताई। उन्होंने बताया कि नौकरी के साथ प्रतिदिन चार से पांच घंटे की पढ़ाई करते थे। उन्होंने अपना मुख्य उद्देश्य
आईएएस बनना है। कहा कि वह फिर से प्रयास करेंगे। अक्षत की सफलता उनके समर्पण, परिवार के समर्थन और कठिन परिश्रम का प्रतीक है। वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की भावना के साथ प्रशासनिक सेवा में कदम रखने जा रहे हैं।
अक्षत कुटियाल सफलता पर विधायक हरीश धामी, रं कल्याण संस्था के केंद्रीय संरक्षक और पूर्व मुख्य सचिव नृप सिंह नपलच्याल, दीलिंग दारमा सेवा समिति अध्यक्ष करन सिंह ग्वाल सहित सभी क्षेत्रवासियों ने शुभकामनाएं दी हैं।