पिथौरागढ़ । हमारी कुमाऊं के अनमोल धरोहर के रूप में सुसज्जित, सेना के सर्वोच्च पद पर आसीन ,देवभूमि उत्तराखण्ड के वीर सपूत, भारतीय सेना के 17वें थल सेनाध्यक्ष, परम विशिष्ट एवं अति विशिष्ट सेवा पदक से अलंकृत जनरल बिपिन चन्द्र जोशी जी की जयंती पर आज पूर्व सैनिक संगठन द्वारा एक गोष्ठी का आयोजन करते हुए उन्हें नमन किया गया तथा उनके द्वारा जो जनपद पिथौरागढ़ को विशेष पहचान मिली थी उसे हमेशा संजो कर रखने की बात को इस चर्चा में कहा गया। आज आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम धर्मगुरु नवीन गुरुरानी साहब द्वारा जन्मदिवस पर दीप प्रज्वलित करते हुए पूजा की गई। इसके साथ जोशी साहब के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए चर्चा की गई। आज तक के सैनिक इतिहास में जनरल बी सी जोशी साहब कुमाऊं के पहले और एकमात्र ऐसे अधिकारी रहे जिन्होंने एक सिपाही से लेकर एक अधिकारी तक को अपने कर्तव्य के प्रति चलना सिखाया, साथ ही सेना के गौरव को अमूल्य निधि बताया गया। जनपद पिथौरागढ़ में उनके कार्यकाल के दौरान ही कई युवाओं को सेना में जाने का जहां मौका मिला था वहीं उनकी धरोहर के रूप में यहां के युवा और बच्चों के लिए कई कठिनाइयों के बावजूद स्वयं के विवेक और निर्णय को आगे रखते हुए *जनरल बी जोशी आर्मी पब्लिक स्कूल* की स्थापना की गई जिसमें आज तक हजारों बच्चे अपना भविष्य सवार चुके हैं। इसी के साथ उनके ही कार्यकाल में इस कुमाऊं की भौगोलिक स्थिति और सैनिकों पूर्व सैनिकों की क्षमता को पर्यावरण हित पर अग्रसर करने हेतु पर्यावरण मंत्रालय से वित्त पोषित पर्यावरण बटालियन की भी स्थापना जनपद पर की गई, जो उनकी धरोहर के रूप में आज भी सर्वोचन कार्य कर रही है और पर्यावरण को संरक्षित कर रही है। उनके इन कार्यों को हमेशा याद रखा जाएगा। वर्तमान समय में पर्यावरण से बेहद संवेदनशील इस कुमाऊं और हिमालय क्षेत्र पर पर्यावरण बटालियन की अतिरिक्त कंपनिया यहां पर स्थापित करने की बेहद आवश्यकता है, लेकिन उसके उलट वर्तमान में पर्यावरण वन और जलवायु मंत्रालय के माध्यम से इस कुमाऊं और हिमालय क्षेत्र की इन बेहद संवेदनशील बातों को दरकिनार करते हुए पर्यावरण बटालियन को यहां से कम कर हटाने के कार्य को किया जा रहा है, भारत सरकार के आदेश के अनुसार यहां पर स्थित पर्यावरण बटालियन की दो कंपनियों को यहां से उठाकर राजस्थान भेजने का कार्य किया जा रहा है जो की इस सीमांत हिमालय क्षेत्र के साथ-साथ जनरल बी सी जोशी साहब की उन भावनाओं और पूर्व सैनिकों के हितों पर एक कुठाराघात करने के समान है । पूर्व सैनिक संगठन द्वारा इस पर तत्काल कार्य करते हुए इसके विरुद्ध पूर्व सैनिकों के खड़े होने की बात को कहा गया है। पूर्व सैनिक संगठन द्वारा पर्यावरण बटालियन की कंपनियों को यहां से बाहर भेजे जाने के विरोध स्वरूप पत्राचार किया जा रहा है तथा शीघ्र ही जनपद पर पूर्व सैनिकों के माध्यम से ऐसी कार्रवाई का विरोध करते हुए रैली हेतु भी संगठन द्वारा विचार किया जा रहा है, जिस पर जनपद के सभी लोगों से सहयोग की बात भी की जा रही है । आज आयोजित इस कार्यक्रम पर मुख्य अतिथि के रूप में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित कैप्टन सुरेंद्र सिंह वाल्दिया साहब रहे। वही संगठन के वरिष्ठ सलाहकार दिवाकर बोरा, प्रहलाद सिंह, गिरधर सिंह, राजेंद्र सिंह श्याम विश्वकर्मा, शेर सिंह, भोपाल सिंह, हयात सिंह,विक्रम सिंह सहित संगठन के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। जय हिंद