पिथौरागढ़। बेरीनाग में एक निर्दयी मां ने अपनी नवजात बेटी को जंगल में छोड़ दिया। पुलिस ने महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। महिला का पहले से ही दो लड़कियां और एक लड़का है।
बेरीनाग थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें दौलीगाड़ गांव के पास जंगलों में नवजात शिशु के शव मिलने की सूचना मिली थी। बेरीनाग थानाध्यक्ष प्रताप सिंह नेगी के नेतृत्व में पुलिस ने मामले की जांच की तो सामने आया है कि क्षेत्र की एक महिला गर्भवती थी, जो 10 मई से ही अपने तीन बच्चों के साथ गायब है। पूछताछ के बाद पता चला कि महिला गंगोलीहाट में रह रही है। वहां पहुंचकर बेरीनाग थाने में जब महिला से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि 6 मई को उसने गांव के जंगलों में बच्ची को जन्म दिया था और उसे वहीं पर कपड़े में लपेटकर रख दिया था। अगले दिन महिला फिर से जंगल में गई और कपड़े में लिपटी नवजात बच्ची को गड्ढे में रख दिया। इसके बाद पुलिस महिला को लेकर उसकी जगह पर पहुंची, लेकिन वहां पर कोई भी शव नहीं मिला। हालांकि जिस पर स्थान पर महिला ने शव रखने की बात कही थी, वहां से करीब 20 से 25 मीटर दूर एक चीड़ के पेड़ की जड़ पर वो कपड़ा फंसा हुआ था, जिसमें महिला ने नवजात बच्ची का शव रखे होने की बात कही थी। इसके बाद पुलिस महिला को वापस थाने ले आई और उसके खिलाफ धारा 315, 317 और 201 में मुकदमा दर्ज किया।