पिथौरागढ़। द हंगर प्रोजेक्ट की ओर से महिला जनप्रतिनिधियों की एक दिवसीय कार्यशाला विकास भवन सभागार में आयोजित हुई। इस कार्यशाला में डीडीहाट, धारचूला, कनालीछीना विकासखंडों की 50 से अधिक महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र की शिक्षा, स्वास्थ्य, संचार सहित विभिन्न समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि कनालीछीना, डीडीहाट विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में मनरेगा के तहत कार्य कराने के लिए खरीदी गई सामग्री का दो साल से भुगतान नहीं हुआ है।
परियोजना समंवयक गंगा बसेड़ा के संचालन में आयोजित कार्यशाला में बाल विकास विभाग की ओर से मिलने वाले पुष्टाहार, सेनेटरी की उपलब्धता की मांग की गई।इस कारण कार्य कराने में दिक्कतें हो रही हैं। ग्राम पंचायतों को दो सालों से अनटाइड फंड नहीं मिलने का मामला भी उठाया। जौरासी क्षेत्र के आठ पंचायतों में नेटवर्क की समस्या से ऑनलाइन कार्य करने में सभी को परेशानी होती है। महिला प्रतिनिधियों ने विद्यालयों में विज्ञान और कंप्यूटर शिक्षकों की तैनाती की मांग भी की। महिला प्रतिनिधियों ने कहा कि जंगली जानवर खेती और बागवानी को नुकासन पहुंचा रहे हैं। इसके लिए कोई ठोस नीति बनाने की मांग की। अस्कोट के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में छात्रावास बनाने, अस्कोट मृग विहार में शामिल किए गए 123 गांवों को इस परिधि से बाहर करने, आयुर्वेदिक अस्पताल बरम का उच्चीकरण करने, धारचूला विकासखंड के 12 ग्राम पंचायतों में खतरा बने बिजली के तारों को दुरुस्त करने, सीएचसी धारचूला में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करने की मांग प्रमुखता से उठाई।
बैठक में पीओ डीआरडीए आशीष पुनेठा, जिला शिक्षा अधिकारी हवलदार प्रसाद, जिला प्रोबेशन अधिकारी ललित कुमार, बाल विकास से पुष्पा गर्ब्याल, जिला पंचायत सदस्य विनीता पाल, प्रधान आशा पाल, सुनीता कन्याल, अंजना, मंजू डसीला, संतोषी देवी, उर्मिला, सलमा बेगम, सावित्री देवी, ममता, अनीता, मीना, परियोजना की ओर से नेहा, रेनू धामी, मंगल ग्वाल, कविता, राजकुमारी चंद आदि उपस्थित रहे।