आस्था का सैलाबपिथौरागढ़। पिथौरागढ़ के सौनपट्टी का प्रसिद्ध चौपखिया मेला नवमी पर्व को आयोजित हुआ। इस मेले में हजारों लोगों ने चौमू देवता का आशीर्वाद लिया। मेले का उदघाटन क्षेत्रीय विधायक बिशन सिंह चुफाल ने किया। दोपहर बाद तल्ली रियांसी से चौमू देवता का डोला उठा। ढोल नगाड़ों के बीच देव डोला मंदिर परिसर में पहुंचा। महिलाओं सहित अन्य श्रद्धालुओं ने फूल अक्षत चढ़ाकर पूजा अर्चना की। डोले में बैठे डंगरिया त्रिलोक सिंह ने अवतरित होकर भक्तों को आशीर्वाद दिया। मेले में मढ़ेगांव, मूनाकोट, तल्ली रियासी और मल्ली रियासी से भक्त सुबह से ही जुटने लगे थे। इस वर्ष मेले में परंपरागत ढंग से पहाड़ में बनने वाले लोहे के बर्तन, कृषि यंत्र आदि बहुत कम दिखाई दिये। उनकी जगह अब बाहर से आने वाले लोहे के बर्तन आदि ने ले ली है। मेले में क्वीतड़ से कृषि यंत्र लेकर आए पदम और मघी राम ने बताया अब लकड़ी के कृषि यंत्रों की मांग नहीं रही। इस वर्ष मेले में आने वाले लोगों के लिए पार्किंग की व्यवस्था पास के मैदान में की गई थी जिससे जाम की समस्या नहीं आई। जाजरदेवल थाना प्रभारी के नेतृत्व में तीन दर्जन से अधिक जवान मेले में लगाए गए थे। इस दौरान पिथौरागढ़ के विधायक मयूख महर, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोरा, मेला कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह खड़ायत, सचिव नरेंद्र बिष्ट, उपाध्यक्ष उमेश खडायत, कोषाध्यक्ष प्रेम सिंह, ब्लॉक प्रमुख नीमा वल्दिया, ग्राम प्रधान राधिका देवी, मनोज कुमार, पूर्व व्यापार संघ अध्यक्ष कमलेश खड़ायत सहित तमाम लोग मौजूद रहे। मेले को देखने के लिए आसपास के गांवों सहित नेपाल से भी लोग आए थे। मेले में आने वाले लोगों के लिए वड्डा में रामलीला कमेटी, पीने के पानी और जूस की व्यवस्था की थी।