बागेश्वर। जिलाधिकारी अनुराधा पाल की अध्यक्षता में ऐतिहासिक, धार्मिक व पौराणिक उत्तरायणी मेला की तैयारियों को लेकर जनपद के जनप्रतिनिधियों, गणमान्य व्यक्तियों, व्यापारियों तथा विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर लोगों के सुझाव लिए गए तथा विचार विमर्श किया गया। बैठक में तय किया गया कि इस वर्ष उत्तरायणी मेला सात दिन का होगा। मेले का शुभारंभ 14 जनवरी और समापन 20 जनवरी को होगा। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने उच्च न्यायालय का हवाला देते हुए सरयू बगड़ में लगने वाली दुकानों के लिए अन्यत्र स्थान चयनित के सुझाव लिए।जिला कार्यालय सभागार में उत्तरायणी मेले की तैयारी सम्बन्धी बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी अुनराधा पाल ने कहा कि उत्तरायणी मेला बागेश्वर की पहचान है, मेले को शान्तिपूर्वक, साफ एवं स्वच्छ सम्पन्न कराने के लिए सभी का सहयोग होना जरूरी है। मेले की महत्ता को संरक्षित करते हुए इसका आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बागनाथ मन्दिर की सजावट पुष्पों से की जायेगी। साथ ही मंदिर परिसर के आस-पास भवनों सहित पुलों को विद्युत मालाओं से सजाया जायेगा। मेले को भव्य रूप देने के लिए पूरी कोशिश की जायेगी ताकि बाहर से आने वाले लोग भी अच्छा संदेश लेकर जाएं। मेले की व्यवस्थाओं पर आपस में विचार विमर्श कर मेले को आकर्षक एवं भव्य रूप देने का पूरा प्रयास किया जाएगा। मेले में स्थानीय कलाकारों को पारम्परिक विधाओं को उजागर करने का मौका मिलना चाहिए तथा झोड़ा, चांचरी, छपेली,स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी प्राथमिकता के साथ होगा। उन्होंने कहा मेले को भव्य एवं आकर्षक बनाने के लिए सभी विभागों द्वारा नुमाईशखेत मैदान में स्टॉल लगाये जाएंगे।इस दौरान दर्जा राज्यमंत्री शिव सिंह बिष्ट व विधायक पार्वती दास ने उत्तरायणी मेले को भव्य एवं दिव्य बनाने के लिए सभी के सहयोग की अपेक्षा करते हुए सामंजस्य के साथ कार्य करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यातायात के साथ ही सुरक्षा व्यस्था दुरूस्त की जाय।उपजिलाधिकारी बागेश्वर/मेलाधिकारी मोनिका ने कहा कि मेला अवधि में कपकोट-भराडी एवं रीमा को संचालित होने वाली वाहन पिंडारी मोटर मार्ग स्थित टैक्सी स्टैंड से, कांडा की ओर जाने-आने वाले वाहन मण्डलसेरा बाईपास से तथा गरूड को जाने-आने वाले बागेश्वर बस स्टैण्ड से ताकुला की ओर से आने-जाने वाले वाहन ताकुला मोटर मार्ग पेट्रोल पम्प तिराहे से संचालित होती है। बैठक में तय किया गया कि पूर्व की भांति ही यातायात व्यवस्था संचालित की जाए व तय हुआ कि यातायात व्यवस्था इस प्रकार हो कि मेलार्थियों व श्रृद्धालुओं के आवागमन में किसी तरह की अनावश्यक परेशानियों का सामना न करना पडे तथा जाम की स्थिति भी उत्पन्न न होने पाए।सांस्कृतिक झॉंकियों के संचालन के समय वाहनों का आवागमन बन्द रखेंगे इसके लिए पुलिस विभाग को निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने सफाई व्यवस्था पर चर्चा करते हुए अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सहित अधिशासी अभियंता लोनिवि, सिंचाई व एनएच को मेला शुरू होने से पूर्व सड़कों, नालियों, गलियों,मेला क्षेत्र,नदी तट,घाटों ,मन्दिरों आदि की पर्याप्त सफाई व्यवस्था के निर्देश दिए। अधिशासी अभियन्ता लोनिवि/ सिंचाई को नदी के तटबंधों की सफाई,रंगरोगन व रैलिंग आदि बनाने की कार्यवाही समय से सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। मेले के दौरान सफाई व्यवस्था दूरस्थ रखने हेतु जिलाधिकारी ने कहा कि मेले में सफाई व्यवस्था महत्वपूर्ण मुद्दा है इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाय। पर्याप्त शौचालय व्यवस्था के भी निर्देश दिए। बैठक में मेला अवधि में आवागमन हेतु सरयू एवं गोमती नदी में एक-एक अस्थाई पुलों के निर्माण करने पर सहमती बनी। पेयजल व्यवस्था सुचारू बनाये रखने हेतु जलसंस्थान निर्देश दिए।मेला अवधि में ईई विद्युत को विद्युत आपूर्ति सुचारू बनाये रखने के निर्देश दिए तथा जहां जहां भी विद्युत व्यवस्था की जाती है उसे समय से पूर्ण करने को कहा गया। मेले के दौरान आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु जिला पूर्ति विभाग को निर्देशित किया गया। सर्वसम्मति से तय किया गया कि विभागीय प्रदर्शनी एवं स्टालों का निर्माण नुमाइशखेत मैदान में किया जायेगा। सांस्कृृतिक कार्यक्रमों के आयोजन हेतु स्थानीय कलाकारों को महत्व देने पर चर्चा की गई तथा उपलब्ध बजट के अनुसार कलाकारों को आमंत्रित करने पर सहमति बनी। खेलकूद प्रतियोगिता के आयोजन हेतु जिला क्रीडा अधिकारी को मेले के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताऐं आयोजित करने के निर्देश दिए गए। सेना के बैंड के माध्यम से मेले के स्वरूप को और भव्य एवं आकर्षण बनाने के लिए सैनिक कल्याण अधिकारी को पत्राचार करने के निर्देश दिए गए। मेले के दौरान शान्ति एवं कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु पुलिस विभाग को पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती के लिए कहा गया।बैठक में जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार, निवर्तमान पालिकाध्यक्ष सुरेश खेतवाल, पुलिस अधीक्षक अक्षय कोंडे, मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, उपजिलाधिकारी मोनिका, अनुराग आर्या, दलीप सिंह खेतवाल नरेंद्र खेतवाल, चैयरमेन रेडक्रास संजय शाह जगाती, गोविंद सिंह भण्डारी, जयन्त भाकुनी, वृक्ष प्रेमी किशन सिंह मलडा, व्यापार संघ अध्यक्ष कवि जोशी, हरीश सोनी, बाला दत्त तिवारी, परियोजना निदेशक शिल्पी पंत, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ हरीश पोखरिया, ईओ हयात सिंह परिहार, मुख्य कृषि अधिकारी डॉ गीतांजलि बंगारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ कमल पंत, जिलाध्यक्ष कांग्रेस भगत डसीला, भुवन काण्डपाल, नीमा दफौटी, प्रधान पुजारी नन्दन रावल, मोहन उप्रेती, कुंदन धपोला, समेत अन्य विभागीय अधिकारी, व्यापारी, एवं जनप्रतिनिधि व गणमान्य मौजूद थे।