लखनऊ । पिथौरागढ़ के युवा बाल साहित्यकार ललित शौर्य को निराला नगर लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय समारोह में पंडित प्रताप नारायण मिश्र राष्ट्रीय युवा साहित्यकार सम्मान 2021 से सम्मानित किया गया। भावराव देवरस न्यास द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में देश भर से आये चुनिंदा छः साहित्यकारों को सम्मान दिया गया। ललित शौर्य उत्तराखंड के पहले युवा साहित्यकार हैं जिन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया गया है।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रो. संगीता श्रीवास्तव , कुलपति इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय, प्रयागराज, कार्यक्रम अध्यक्ष प्रो. कुमार रत्नम भारतीय इतिहास एवं अनुसंधान परिषद के राष्ट्रीय सचिव, कार्यक्रम संयोजक विजय कर्ण एवं उपस्थित मंच द्वारा शाल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र, पच्चीस हजार का चैक, पुष्प गुच्छ, पुस्तकों का सेट एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. संगीता बलवंत ने कहा कि न्यास बहुत अच्छा कार्य कर रहा है। बाल साहित्यकार ललित शौर्य की उपलब्धियां उल्लेखनीय हैं। सीमित संसाधनों के बीच कार्य करते हुए उन्हें जो सम्मान दिया गया यह उनकी कार्यनिष्ठा को प्रदर्शित करता है। प्रो. कुमार रत्नम ने शौर्य की सहित्य साधना की सराहना की।

ललित शौर्य की साहित्यिक उपलब्धियां गौरवान्वित करने वाली हैं। उन्हें इससे पूर्व भी कई साहित्यिक समम्मान मिल चुके हैं। उनकी बाल कहानियों का अनुवाद अंग्रेजी, मराठी, तेलगु, मलयालम, कन्नड़, गुजराती आदि भाषाओं में हो चुका है। शौर्य की बाल साहित्य में सात किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं। ललित शौर्य मोबाइल नहीं पुस्तक दो अभियान के तहत विभिन्न माध्यमों से 15 हजार किताबें वितरित कर चुके हैं।ललित शौर्य की इस उपलब्धि से सीमान्त में खुशी की लहर है।