मेरठ/पिथौरागढ़। रेलवे के नाम पर नौकरी दिलाने पर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को पुलिस ने उत्तर प्रदेश मेरठ से गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने मंगलवार को बताया कि 16 अक्टूबर को सत्याल गांव निवासी भूपेंद्र सिंह मेहता ने थल थाने में तहरीर देकर कपिल धामा निवासी गिरधरपुर निकट पांडव पुलिया थाना खेकड़ा जिला बागपथ, उत्तर प्रदेश और सुधीर मलिक पुत्र नरदेव मलिक निवासी खेड़ीपट्टी थाना बावरी जिला सामली उत्तर प्रदेश पर रेलवे में नौकरी लगाने के नाम पर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र देकर 16.30 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने दोनों आरोपियों के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपियों के खिलाफ धारा 420/467/468के तहत मुकदमा पंजीकृत किया। एसपी लोकेश्वर सिंह ने नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए थानाध्यक्ष थल हीरा सिंह डांगी के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया। थाना थल और एसओजी टीम ने साइबर सर्विलांस सैल की मदद से संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए अभियुक्तगणों के मिलने के सभी संभावित स्थानों पर चेकिंग और छापेमारी की। इस दौरान उन्होंने आरोपी कपिल धामा को सोहराब गेट बस अड्डा, थाना नौचंदी जिला मेरठ, उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस दूसरे आरोपी सुधीर मलिक की तलाशी के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है। कपिल धामा गिरफ्तारी से बचने के लिए बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था वह वर्तमान में मेरठ में छिपा हुआ था। जिसे पकड़ने में पुलिस टीम को कड़ी मशक्कत के बाद सफलता हासिल हुई। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया है। पुलिस टीम में कांस्टेबल धर्मेंद्र भारती, बलवंत वल्दिया, अरविंद कुमार,मनोज कुमार मौजूद रहे।