पिथौरागढ़। गोविन्द बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी, विश्वविद्यालय, पंतनगर के कृषि विज्ञान केंद्र, गैना, ऐंचोली, पिथौरागढ में ग्रामीण युवाओं ने ढिंगरी मशरूम उत्पादन की बारीकियाँ सीखी l
केंद्र के मशरूम विशेषज्ञ डा. महेन्द्र सिंह ने बताया कि पहाडों से ग्रामीण युवाओं के पलायन को रोकने के लिए मशरूम उत्पादन का व्यवसाय काफी उपयोगी साबित होगा। उन्होंने मशरूम के विभिन्न प्रजातियों के बारे में, मशरूम में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में, ढिंगरी मशरूम उत्पादन में प्रयुक्त होने वाली सामग्री, मशरूम बैग बनाने की विधि, मशरूम में लगने वाले कीटों एवं बीमारियों का प्रबंधन एवं स्वरोजगार स्थापित करने में मशरूम उत्पादन के महत्त्व के बारे में बताया। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि किसान पुराने घरों में भी मशरूम का उत्पादन आसानी से कर सकते हैं और अच्छी आमदनी कर सकते हैं। केंद्र के सब्जी विज्ञान के विशेषज्ञ डा. अभिषेक बहुगुणा ने किसानों को मशरूम से बनने वाले विभिन्न उत्पादों के बारे में एवं मशरूम के विपणन के बारे में बताया। केंद्र के विशेषज्ञों ने सभी से मशरूम उत्पादन करने का आह्वान किया। इस अवसर पर किसानों से अमित मेहता,अशोक सिंह, सुरेन्द्र सिंह, रोशनी बोरा, सुनील दत्त राय, रबी शर्मा आदि रहे एवं केंद्र से दीपक कुमार भी उपस्थित रहे।