पिथौरागढ़। पूर्व सैनिक संगठन के शहीद सम्मान अभियान के तहत देश के पहले महावीर चक्र विजेता, मुनस्यारी के पुरदम गांव निवासी अमर वीर शहीद सिपाही दीवान सिंह दानू की 77 वीं पुण्यतिथि पर शहीद की प्रतिमा पर आज श्रद्धा सुमन तथा पुष्प चक्र अर्पित किए गए। रविवार को आयोजित इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम पर सूबेदार किशन सिंह ,हवलदार गोकरन सिंह, नायक क्लर्क रमेश सिंह, वीर नारी आनंदी देवी, बेलमती देव, सरुली देवी के साथ शहीद के परिवारजन जगत सिंह, त्रिलोक सिंह, कुंदन सिंह तथा अन्य ग्राम जन मौजूद रहे। पूर्व सैनिक संगठन जिला मुख्यालय द्वारा भी शहीद को नमन किया गया।

दीवान सिंह दानू उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ के पुरदम निवासी थे। दीवान सिंह दानू चार मार्च 1943 को 4 कुमाऊं रेजीमेंट में भर्ती हुए। वह सेना में सिपाही थे। 15 अगस्त 1947 को देश की आजादी के बाद पाकिस्तान के साथ कश्मीर में लड़ाई छिड़ गई। तीन नवंबर 1947 को बड़गाम हवाई अड्डे को कब्जे में लेने के लिए कबाइलियों ने उनकी प्लाटून पर हमला कर दिया। डी कंपनी के 11वीं प्लाटून के सेक्शन नंबर 1 में ब्रेन गनर के रूप में तैनात दीवान ने 15 कबाइलियों को मौत के घाट उतार दिया कबाइलियों से युद्ध में दानू ने अदम्य साहस का परिचय दिया। हालांकि इस युद्ध में वह भी शहीद हो गए। तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने उन्हें मरणोपरांत आजाद भारत का प्रथम महावीर चक्र प्रदान किया। उनकी शहादत का सम्मान करते हुए पं. नेहरू ने उनके पिता उदय सिंह को पत्र भी लिखा था।