पिथौरागढ़। गर्खा महोत्सव की पहली शाम लोकगायक दर्शन फर्स्वाण लोकगायिका दीपा नगरकोटी व भावना चन्द के नाम रही। दर्शन फर्स्वाण द्वारा गाये गीत “हे नन्दा हे गौरा, कैलाशों की जात्रा ….” और दीपा नगरकोटी के प्रसिद्ध ” मोतिमा मेरी रंगीली मोतिमा…” गीत और मशहूर लोक नृत्यांगना भावना चन्द के नृत्य ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इनके अलावा कुमाऊं लोक सांस्कृतिक कला दर्पण लोहाघाट के सांस्कृतिक दल ने भी अनेक मनमोहक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। प्रथम दिवस के रात्रि कालीन समारोह के मुख्य अतिथि धारचूला के ब्लॉक प्रमुख धन सिंह रावत रहे। उन्होंने इस सुदूरवर्ती सीमांत क्षेत्र में इस तरह का भव्य महोत्सव आयोजित करने के लिए आयोजक मण्डल की सराहना की। विशिष्ट अतिथि नगर निगम पिथौरागढ़ के अधिशासी अभियंता उमेश अवस्थी रहे।महोत्सव समिति की अध्यक्षा ब्लॉक प्रमुख कनालीछीना सुनीता कन्याल, संयोजक महिमन कन्याल व सह संयोजक देवराज कन्याल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रमों का संचालन शिक्षक गोविन्द भण्डारी,मनोहर कन्याल व अशोक खड़ायत ने किया। इस अवसर पर नोडल अधिकारी जीवन कन्याल, हरिमोहन कन्याल, पुष्कर राज कन्याल, गोपाल खोलिया, पूरन पन्त, विक्की जेठी, धीरज जिमिवाल, सुरेन्द्र कन्याल, कुन्दन कन्याल आदि उपस्थित थे।गर्खा महोत्सव में विद्यालयी बच्चों की विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित करायी गयीं। इसके तहत चित्रकला प्रतियोगिता (प्राथमिक वर्ग) में सरिता रजवार ने प्रथम, मोनिका सामान्य ने द्वितीय, गौरव कन्याल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। जबकि जूनियर वर्ग में ज्योतिर्मय जोशी प्रथम, नयना पन्त द्वितीय तथा रिया भट्ट तृतीय स्थान पर रहीं। इसी प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में सुजल ऐरी ने प्रथम, मानस पन्त ने द्वितीय व नेहा लोहिया ने तीसरा स्थान हासिल किया। सुलेख प्रतियोगिता में जूनियर वर्ग में सिंगाली की पावनी प्रथम,भागीचौरा की सुहानी द्वितीय व नयन पंत तृतीय स्थान पर रही।