बागेश्वर। अंग्यारी महादेव मन्दिर के बाबा अलख मुनी महाराज के मृत्यु के सम्बन्ध में बागेश्वर पुलिस द्वारा मृतक बाबा के शिष्य व वाहन चालक को गिरफ्तार किया है। 25 नवंबर को मदन मोहन गुसाँई (पुर्व ग्राम प्रधान) ग्राम मजकोट तहसील गरूड बागेश्वर की सूचना बावत बाबा अलख मुनि महाराज बद्रीनाथ से अंग्यारी महादेब मन्दिर को आये थे। लेकिन मन्दिर में नहीं पहुंचने और उनका सामान अंग्यारी महादेब मन्दिर गेट की तरफ जंगल में बिखरा हुआ हैं उक्त सूचना के आधार पर राजस्व उपनिरीक्षक पिंगलो ने उक्त सूचना दर्ज कर जाँच प्रारम्भ की गई । जिस पर राजस्व पुलिस व जनपद पुलिस द्वारा खोजबीन करने पर बाबा अलख मुनि महाराज का शव 26 नवंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में मन्दिर से आगे जंगल में मिला। उक्त सम्बन्ध मे वादी श्री मदन मोहन गुंसाई (पूर्व ग्राम प्रधान) की तहरीर के आधार पर राजस्व क्षेत्र पिंगलो में मुकदमा अपराध संख्या 04/2024 धारा 103/238BNS बनाम अज्ञात में अभियोग पंजीकृत किया गया । घटना की संवेदनसीलता को देखते हुए मुकदमा उपरोक्त को रेगूलर पुलिस को हस्तानान्तरण किया गया। एसपी चन्द्रशेखर घोडके(IPS) द्वारा उपरोक्त विवेचना थानाध्यक्ष बैजनाथ के सुपूर्द कर पुलिस उपाधीक्षक बागेश्वर अंकित कण्डारी के पर्यवेक्षण में जनपद स्तर पर चार टीमो का गठन कर शीध्र बाबा अलख मूनि महाराज के मृत्यू के अनावरण हेतू आवश्यक दिशानिर्देश दिये गये। टीम द्वारा आस-पास के जिलों व गैर राज्य से सुरागरसी पतारसी कर मुखबिर की सूचना पर बाबा के साथ दो व्यक्ति प्रकाश में आये। दोनो व्यक्तियो से बाद गहनता से पूछताछ के दौरान यह तथ्य प्रकाश मे आया वाहन चालक हरेन्द्र सिंह रावत की गाड़ी में अंग्यारी महादेव मन्दिर के लिए आ रहे थे रास्ते मे उनके द्वारा अपने भक्तो को प्रसाद भी बांटा था और शनि पूजा के लिए शराब भी खऱीदी थी जिसको उन्होने रास्ते में अपने चेले अर्जुन गिरी व ड्राईबर हरेन्द्र सिंह रावत के साथ पी थी अंग्यारी मन्दिर गेट पहुँचने तक अन्धेरा हो चुका था मन्दिर से पहले संकरे रास्ते में बाबा अलख नाथ रास्ते से फिसलकर निचे गिर गये जिन्हे अर्जुन व चालक हरेन्द्र ने ऊपर निकाला और वो दोनों बाबा को पकड़कर मन्दिर की ओर आने लगे इस दौरान बाबा ने दोनो को फिर से गाली देनी शुरु कर दी जिससे इन दोनों के द्वारा बाबा मृतक उपरोक्त को आवेश में आकर सहारा देना छोड़ दिया और बाबा लड़खड़ाते हुए पहाड़ी से नीचे गिर गये उसके बाद दोनों ने बाबा की गिरने की बात किसी को नही बताई। गहनता से पूछताछ करने पर दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार किया और बताया की यदि उस समय हमारे द्वारा बाबा जी के गिरने की सूचना अंग्यारी महादेव में मौजूद बाबा अंगीरा मुनि महाराज व गाँव के लोगों को दी होती तो बाबा जी को बचाया जा सकता था अपनी गलती के लिए पश्चाताप करने लगे। जिस आधार पर मंगलवार को बागेश्वर पुलिस द्वारा उक्त घटना मे लिप्त अभियुक्त बाबा अर्जुन गिरी व उसके सहयोगी चालक हरेन्द्र सिंह रावत को मुकदमा अपराध सख्या 04/24 धारा 105/238 बी.एन.एस. में थाना बैजनाथ के कंधार क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। दोनों अभियुक्त को मुकदमा उपरोक्त में गिरफ्तार कर मा न्यायालय में पेश किया जा रहा हैएसपी चन्द्रशेखऱ आर घोड़के द्वारा उक्त मामले के अनावरण हेतु गठित पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये नगद इनाम देने की घोषणा गयी।