पिथौरागढ़। कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी की अध्यक्षता में वार्षिक जिला योजना 2025-26 पर विचार विमर्श हेतु एक बैठक जनपद के विभागीय अधिकारियों के साथ संपन्न हुई।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष की जिला योजना के अंतर्गत निर्मित योजनाओं के रख रखाव हेतु धनराशि का प्राविधान करते समय मितव्यवता को ध्यान में रखने की बात कही। उन्होंने स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता बढ़ावा देने के लिए उद्यान, मत्स्य पालन, पशुपालन आदि विभागों और आजीविका से संबंधित कार्यों के प्रस्तावों को सम्मिलित करने को कहा, जिससे केंद्र, राज्य सरकार की योजनाओं से अभिसरण और कलस्टर अप्रोच को बढ़ावा दिया जा सके। बताया कि रोजगार के एसे अवसरों का सृजन करने की जरुरत है, जिससे भूमिहीन, छोटे किसानों , ग्रामीण उद्यमियों आदि को बेहतर लाभ मिल सके। उन्होंने योजनाओं के गहन परीक्षण के बाद अनावश्यक योजनाएं जिसकी उपायदेयता अब क्षेत्र के आवश्यक नहीं है, उन्हें समीक्षा के बाद हटाने के निर्देश दिए। उन्होने कहा की विभाग विभागीय गाईड लाईन के तहत योजनाओ को बनाए।
बैठक में जिला योजना 2025-26 में विभागों से प्राप्त होने वाले प्रस्तावों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी इसके अतिरिक्त जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी निरंजन प्रसाद ने जिला योजना की प्राथमिकतायें, विकेन्द्रीकृत नियोजन प्रणाली की नवीन व्यवस्था, केन्द्र पुरोनिधानित योजनाएं,जिला योजनान्तर्गत जिला योजनान्तर्गत सम्मीलित विभागों, जिला योजना के अंतर्गत सम्मिलित योजनाओं, जिला योजना तैयार करने की विधि, जिला योजना समिति, जिला योजना समिति के कुल सदस्यों, समिति के कर्तव्यों, जिला योजना समिति के सदस्यों के कार्यों, जिला, राज्य, केन्द्र व वाहयसहायतित योजनाओं, जनपद स्तर पर जिला सेक्टर, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित तथा वाह्य सहायतित योजनाओं, भारत सरकार की सहायता से संचालित कार्यक्रमों, जिला योजना अंतर्गत विभिन्न विभागों में समेकित की जाने वाली योजनाओं का विवरण आदि की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी व उक्त संबंध में पावर प्वाइंट प्रजैन्टेशन के माध्यम से भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी। इसके अलावा उन्होंने समस्त विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया कि 05 विकास से संबंधित कार्यों की अल्प, मध्य, दीर्घ कालीन योजनाओं को भी तैयार करने की बात कही।
बैठक में जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र चौधरी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 योगेश भारद्वाज, सहायक निदेशक मत्स्य रमेश चलाल, अधिशाषी अभियंता जल निगम, आरएस. धर्मसत्तू, जल संस्थान सुरेश जोशी, विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

