11 जून 2025 को नगर निगम सभागार में एक बैठक सम्पन्न हुई। विदित है कि 21 और 22 जून 2025 को ‘आदलि कुशलि’ कुमाउंनी मासिक पत्रिका के तत्वाधान में दो दिवसीय चतुर्थ ‘कुमाउंनी भाषा सम्मेलन’ आयोजित होने जा रहा है। जिसकी तैयारियों को लेकर शहर के सभ्रांत जनों की एक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में आयोजन को सफल बनाने के लिए आयोजन समिति गठित की गई। समिति के सदस्यों द्वारा ‘ दुदबोलि कुमाउंनी: हमोरो गौरव हमरि पछ्याण’ मुख्य विषय के साथ ही सात उपविषय -लोक भाषाओंक महत्तव और उनून बचूनाकि जरवत,कुमाउंनीकि उपबोलि और हिन्दी भाषा: पारम्पिरिक साम्यता और अन्तर्सम्बंध। आजतककि कुमाउंनी रचनाओंकि ब्यापकता मौलिकता और प्रभाव। नय शिक्षा नीतिः 2020 में लोक भाषाओंक स्थान और उनार क्रियात्मक पक्ष।लोक भाषाओंन्को प्रसार में जनसंचार माध्यमोन्कि भूमिका ।कुमाउंनीक विकास में लोकरत्न कवि गुमानी पंतको योगदान। नयां पीढ़ीस कुमाउंनीक दगड़ जोड़नाक प्रयास: हमरि प्राथमिकता। तय किए गये। साथ ही देशभर से आने वाले साहित्यकारों, अतिथियों हेतु व्यवस्थाओं पर चर्चा की गई। बैठक का संचालन चिन्तामणि जोशी जी द्वारा किया गया। इस अवसर पर आयोजन के मुख्य संरक्षक डॉ0 अशोक कुमार पंत ने सम्मेलन की रूपरेखा रखते हुए कहा कि हम कुमाउंनी के लिए जितना कार्य कर सकें वह कम है,इसलिए अपनी बोली/भाषा के लिए आयोजित होने वाले इस आयोजन को सफल बनाना हम सब का उद्देश्य होना चाहिए। सम्मेलन की मुख्य आयोजक डॉ0 सरस्वती कोहली ने सभ्रांत जनों से इस आयोजन को सफल बनाने की अपील की। इस अवसर पर प्रकाश पुनेठा, डॉ0 किशोर पंत, डॉ0 आशा जोशी, दिनेश भट्ट, डॉ0 गीता पंत, डॉ0 मंजूबाला, अनीता जोशी,बलंत कुमार, धीरज कुमार, हेमराज मेहता, नीरज जोशी, डॉ0 पीताम्बर अवस्थी, जनार्दन उप्रेती, राजीव जोशी, हेम पंत, अवनीश गड़कोटी, संदीप कुमार, महेश बराल, होशियार सिंह ज्याला सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।