पिथौरागढ़। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ श्री आशीष भटगांई ने आज कलेक्ट्रेट में जल जीवन मिशन (हर घर जल) के अंतर्गत जनपद में संचालित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की। बैठक में जल जीवन मिशन – उत्तराखंड के अंतर्गत चल रही योजनाओं की वर्तमान स्थिति, प्रगति एवं लंबित कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की गई।जिलाधिकारी ने कहा कि हर घर तक स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण एवं लक्ष्य के अनुरूप कार्य निष्पादन के स्पष्ट निर्देश दिए।बैठक में RPWSS ID निर्माण की प्रगति, हर घर जल ग्रामों के प्रमाणीकरण की स्थिति, प्रधानमंत्री गति शक्ति योजना के अंतर्गत KML फाइल अपलोड व स्वीकृति, योजनाओं से संबंधित परिसंपत्तियों की जियो-टैगिंग, TPIA रिपोर्ट्स पर ATR एवं FCR की प्रगति, IMIS पोर्टल पर योजनाओं का वित्तीय समापन तथा फंड डिमांड, दायित्व एवं व्यय की स्थिति पर चर्चा की गई।समीक्षा में अवगत कराया गया कि जनपद में MVS योजनाओं के अंतर्गत RPWSS ID निर्माण में 64 प्रतिशत, हर घर जल ग्राम प्रमाणीकरण में 79.5 प्रतिशत, तथा पीएम गति शक्ति पोर्टल पर KML फाइल स्वीकृति में 70.86 प्रतिशत प्रगति प्राप्त हो चुकी है। इसके साथ ही 96 प्रतिशत से अधिक योजनाएँ भौतिक रूप से पूर्ण की जा चुकी हैं।जिलाधिकारी ने ATR/FCR एवं वित्तीय समापन की प्रगति को और तेज करने के निर्देश देते हुए कहा कि जिन डिवीजनों में प्रगति अपेक्षाकृत कम है, वहाँ विशेष ध्यान देते हुए लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण किया जाए। उन्होंने IMIS पोर्टल पर लंबित वित्तीय समापन को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने के निर्देश भी दिए।फंड डिमांड एवं व्यय की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि दायित्व आधारित मांगों को समय रहते शासन को प्रेषित किया जाए, ताकि योजनाओं के क्रियान्वयन में वित्तीय बाधा उत्पन्न न हो।अंत में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें और यह सुनिश्चित करें कि जनपद पिथौरागढ़ के प्रत्येक घर तक सुरक्षित एवं स्वच्छ पेयजल शीघ्र उपलब्ध हो सके।बैठक में अधीक्षण अभियंता जल निगम आर. एस. धर्मशक्तू, अधिशासी अभियंता जल संस्थान सुरेश जोशी, समेत संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।