धारचूला(पिथौरागढ़)। रविवार की रात पिथौरागढ़ जिले के  धारचूला  तहसील के ग्राम जुम्मा में भारी वर्षा से सात मकान जमींदोज हो गए। इस घटना में 7 लोग लापता हो गए जिनमें से दो बच्चों के शव बरामद कर लिए गए हैं।  एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर खोज बचाव का काम शुरू कर दिया गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने फोन से जिलाधिकारी से घटना की जानकारी लेते हुए शीघ्र राहत एवं बचाव अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
 मिली जानकारी के अनुसार मूसलाधार बारिश से धारचूला से 15 किलोमीटर दूर जुम्मा गांव के जामुनी तोक में लगभग 5 तथा सिरौउड़यार तोक में 2 आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गए। इस घटना में  7 व्यक्तियों के  लापता हो गए।  सूचना के तत्काल बाद डीएम के निर्देश पर घटना स्थल के लिए राजस्व, एसएसबी, पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ तथा रेस्क्यू टीम रवाना हुई। घटना के संबंध में जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने जिला आपदा परिचालन केन्द्र में आईआरएस के अधिकारियों के साथ बैठक कर तत्काल मौके पर राहत एवं बचाव कार्य कराने के साथ ही क्षेत्र में राहत सामग्री भेजने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी आशीष चौहान एवं पुलिस अधिक्षक सुखबीर सिंह भी हेलीकाप्टर से घटना स्थल को रवाना हो गए हैं। जिलाधिकारी ने बताया  कि क्षेत्र में सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण रेस्क्यू कार्य हैलीकॉप्टर से कराए जाने के लिए क्षेत्र में हैलीपैड तैयार किया जा रहा है।
रविवार की रात धारचूला और नेपाल के इलाकों में मूसलाधार बारिश हुई।जिसके बाद रात लगभग 2:00 बजे से ही काली नदी का जलस्तर बढ़ने लगा था। तपोवन एनएचपीसी में बने आवासीय परिसर तक काली नदी का जलस्तर पहुंच गया। इससे अफरा-तफरी फैल गई। तीन वाहन भी बह गए। धारचूला पुलिस प्रशासन की ओर से नदी का जलस्तर बढ़ने पर लोगों को अलर्ट किया गया। नदी किनारे रहने वाले अधिकांश लोगों ने जागकर पूरी रात बिताई।
पिथौरागढ़ टुडे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *