हरिद्वार। शेयर मार्केट में 40 दिन में रकम दोगुनी करने का लालच देकर हरियाणा के एक युवक ने ग्रामीणों से एक करोड़ 60 लाख से अधिक की ठगी कर डाली। युवक ने एक फर्जी कंपनी बनाकर ग्रामीणों को उसके शेयर खरीदवाए थे। पीड़ितों में हरिद्वार के अलावा देहरादून जिले के एक अधिवक्ता समेत 100 से अधिक लोग शामिल हैं। पुलिस ने युवक को हरियाणा से गिरफ्तार कर लिया है।
सीओ बहादुर सिंह चौहान ने बताया कि 27 दिसंबर 2021 को खानपुर थाना क्षेत्र के डुमनपुरी गांव निवासी रामधन ने खानपुर पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि रविंद्र कुमार नामक युवक व उसके घरवालों ने स्क्रोल इंडिया नाम से एक फर्जी कंपनी बनाई। इसके बाद आरोपित ने उसे और उसके साथियों को कंपनी के माध्यम से पैसे शेयर मार्केट में लगाकर दोगुने पैसे दिलवाने का लालच दिया। ऐसा कर उन्होंने एक करोड़ 60 लाख की धोखाधड़ी कर दी। रामधन की तहरीर पर मुकदमा दर्जकर पुलिस मामले की जांच में जुटी थी।
जांच में सामने आया कि एमबीए पास कंपनी के मालिक रविंद्र कुमार ने वर्ष 2019 में स्क्रोल इंडिया नाम से धोखाधड़ी के मकसद से फर्जी कंपनी बनाई थी। वो कंपनी के माध्यम से हरिद्वार जिले के खानपुर, लक्सर, पथरी के अलावा देहरादून जिले के ऋषिकेश व अन्य ग्रामीण इलाकों में जाकर ग्रामीणों को स्क्रोल इंडिया कंपनी में धन निवेश करने को कहता था। उसने 40 दिनों में धन दोगुना करने का झांसा देकर ग्रामीणों से पैसे ले लिए। आरोपित रविंद्र कुमार ने ग्रामीणों का भरोसा जीतने के लिए शुरू-शुरू में कुछ ग्रामीणों को वादे के अनुसार दोगुनी रकम वापस भी की, जिससे ग्रामीणों का उस पर और उसकी कंपनी पर विश्वास बढ़ गया तब रविंद्र कुमार व उसके साथ जुड़े लोगों ने ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर ग्रामीणों को अधिक से अधिक पैसे निवेश करने के लिए उकसाया। इस पर ग्रामीणों ने अपने साथ रिश्तेदारों के पैसे भी रविंद्र कुमार की कंपनी में लगा दिए। इसके बाद आरोपित एक करोड़ 60 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर फरार हो गया।
धोखाधड़ी के शिकार ग्रामीणों की संख्या 100 से अधिक है। पुलिस को मिली पुख्ता जानकारी पर पुलिस टीम ने होटल ओमांग, नमस्ते चौक पुलिस चौकी, सेक्टर 4, जिला करनाल हरियाणा में दबिश देकर रविंद्र को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष खानपुर अरविंद रतूड़ी, दारोगा लक्ष्मण दत्त जोशी, दारोगा राजकुमार, कांस्टेबल अनिल कुमार, रितु चौधरी तथा सीआइयू के कांस्टेबल अशोक कुमार शामिल रहे। जांच में पाया गया कि रविंद्र की ओर से कंपनी के सभी दस्तावेजों और बैंक खाता आदि में अपना गलत पता गीतानगर ऋषिकेश जिला देहरादून अंकित किया गया था। इसके अतिरिक्त उसका एक अन्य पता मकान नंबर-506, वार्ड नंबर-5, थाना खेड़ी सापला जिला रोहतक हरियाणा की जानकारी मिली। आरोपित उक्त पते पर भी लंबे समय से नहीं रह रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपित शातिर किस्म का था और कुछ समय रहने के बाद अपना ठिकाना बदल लेता था। ऐसे में पुलिस के लिए उस तक पहुंचना मुश्किल हो रहा था।