मुनस्यारी। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कोविड काल में स्कूली बच्चों को नियमित स्कूलों में मिलने वाली शिक्षा से दो साल वंचित रहने के कारण ग्रीष्म कालीन तथा शीतकालीन अवकाश पर रोक लगाने के लिए आज सीएम पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन भेजा। कहा कि शिक्षक संगठनों द्वारा पहल नहीं करने पर उन्हें सरकार का दरवाजा खटखटाना पड़ रहा है।
कोविड 19 के कारण दो साल से स्कूल बंद थे। अब जाकर स्कूल खुले है। जिपं सदस्य जगत मर्तोलिया ने एक माह पहले प्रदेश के प्राथमिक, माध्यमिक, जूनियर तथा उच्च शिक्षा से संवधित शिक्षक संगठनों को पत्र भेजकर अपील किया था कि कम से कम दो साल स्कूलों में नर्सरी की कक्षाओं तथा आंगनबाड़ी केंद्रों को छोड़कर सभी शिक्षण संस्थाओं में ग्रीष्म कालीन तथा शीतकालीन अवकाश को नहीं लेने की घोषणा करें।
शिक्षक संगठनों की ओर से कोई सकारात्मक प्रत्युत्तर नहीं आने की दिशा में जिपं सदस्य मर्तोलिया ने आज प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनके पाले में गैंद डाल दी है। इसलिए अब प्रदेश के मुख्यमंत्री को ही इस मामले में फैसला लेना है।
मर्तोलिया ने कहा कि शिक्षक संगठनों को अगर सरकारी शिक्षा एवं नौकरियों की चिंता है तो उन्हें इस तरफ़ दो कदम आगे बढ़कर दो साल तक अवकाश नहीं लेने का ऐतिहासिक निर्णय लेना चाहिए।
जिन सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि दो साल से घर पर बैठै सरकारी स्कूलों के बच्चों में मात्र दस प्रतिशत बच्चे ही आनलाइन शिक्षा से जुड़े हुए थे।
मर्तोलिया ने कहा कि दो साल बाद स्कूल आएं विद्यार्थियों की एजुकेशन स्थिति बेहद चिंताजनक है। इसलिए शिक्षक संगठनों को लोक हित में जनता की इस मांग का समर्थन करते के लिए आगे आना चाहिए।
मर्तोलिया ने कहा कि वे आगे चलकर हम सब एक उदाहरण दे सकते है।