पिथौरागढ़: सोर के सुप्रसिद्ध मोस्टामानु मेले में दूसरे दिन भी रंगारंग कार्यक्रमों की धूम रही। मोस्टामानु में दूसरे दिन देव डोला निकाला गया। जिसमें देव डांगरों ने हजारों की संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं को आशीष प्रदान किया। मोस्टा बाबा पर आम जनमानस की अपार श्रद्धा है। जिसका जीवंत प्रमाण मेले में दिखाई दिया। द्वितीय दिवस का प्रारंभ पूर्व कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल एवं स्थानीय विधायक मयूख सिंह महर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति पद्मश्री बसन्ती देवी की भी रही। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिशन सिंह चुफाल ने कहा कि मोस्टमानु मेला राष्ट्रीय पटल पर अपनी उपस्थित दर्ज करा रहा है। चंडाक एवं गौरंगदेश क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावना है। जिसके उन्नयन एवं विकास के लिए सरकार संकल्पित है। विधायक मयूख महर ने कहा कि मोस्टामानु मेले को उनका पूरा सहयोग है। मेले के सौंदर्यीकरण के लिए उन्होनें पहले भी काम किया है। आगे भी कार्य करते रहेंगे।

मेले में जीआईसी पिथौरागढ़ समेत विभिन्न स्कूलों के कार्यक्रम आयोजित हुए। साथ ही संस्कार टीम अल्मोड़ा के कालाकारों ने सांस्कृतिक रंग बिखेरे। कैलाश कुमार, नवीन भट्ट, दीपिका राज, प्रकाश रावत, नारायण सोराड़ी, सुरेश प्रसाद सुरीला के गीतों पर दर्शकों ने जमकर तालियां बजाई। विभिन्न विभागों के दर्जनों स्टाल भी मेला महोत्सव परिसर में लगाये गए हैं। जिसमें प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जानकारियां आम जनमानस को प्राप्त हो रही है। इस अवसर पर मेला अध्यक्ष भगवान सिंह बिष्ट, , संरक्षक भूपेश पंत, मेला सहसंयोजक प्रकाश जोशी, मनोज सामंत,दामोदर भट्ट, मुकेश पंत, महेंद्र लुंठी, मंजू बिष्ट, जसवंत सिंह बिष्ट, लीलाम्बर गुरुरानी, मिलाप सिंह बिष्ट, गोविंद सिंह बिष्ट, एन. डी. कांडपाल, राम सिंह, हर सिंह बिष्ट, गणेश कांडपाल, त्रिलोक सिंह बिष्ट, सुभाष फुलेरा, मनोज बिष्ट, पंकज बिष्ट, जगदीश फुलेरा, हयात तड़ागी, कमल पुनेड़ा,शमशेर महर,पप्पू बिष्ट, मोनू चौसाली, मेजर ललित सामंत, विनोद देवलाल आदि उपस्थित रहे। संचालन दीवान सिंह वल्दिया, जनार्दन उप्रेती, ललित शौर्य ने किया।