धारचूला(पिथौरागढ़)। तवाघाट लिपुलेख सड़क बंद होने से गुंजी में फंसे 39 लोगों को धारचूला लाया गया। जिसमें 30 यात्री दिल्ली, मुंबई, राजस्थान, महाराष्ट्र, तिलंगाना, आंधप्रदेश और 9 स्थानीय लोग शामिल हैं।तीन दिन पूर्व तवाघाट लिपुलेख सड़क के तम्पा मंदिर के पास भारी लैंडस्लाइड होने के कारण सड़क बन्द होने से गुंजी में लगभग 105 यात्री फंसे थे। इनमें केएमवीएन के 29 यात्री गुंजी में फंस गए। जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान के प्रयास से एक चिनुक हेलीकॉप्टर पिथौरागढ़ और एलएच हेलीकॉप्टर धारचूला हेलीपैड में तैनात थे। सोमवार को मौसम सही होने पर धारचूला हेलीपैड से वायुसेना के एलएच हेलीकॉप्टर से 6 उड़ानों से कुल 39 लोगों को धारचूला लाया गया। जिसमें 30 यात्री दिल्ली, मुंबई, राजस्थान, महाराष्ट्र, तिलंगाना, आंधप्रदेश और 9 स्थानीय लोग शामिल हैं।
हेलिपैड संचालन प्रधान सहायक महेश चन्द जोशी ने बताया कि पिथौरागढ़ से चिनुक हेलीकॉप्टर ने भी गुंजी के लिए उड़ान भरी थी लेकिन छियालेख में मौसम खराब होने के कारण चिनुक हेलीकॉप्टर को वापस लौटना पड़ा।
उपजिलाधिकारी नन्दन कुमार ने बताया कि मंगलवार को मौसम सही होने पर गुंजी में फंसे लोगों का भी रेस्क्यू होगा। गुंजी की सरपंच लक्ष्मी गुंज्याल ने कहा कि अभी भी 75 यात्री और स्थानीय लगभग 15 से 20 लोग सड़क बन्द होने से फंसे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की यात्रियों के साथ स्थानीय लोगो भी हेलीकॉप्टर सुविधा दी जाय। सरपंच ने प्रशासन से मांग की चिनूक हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कार्य किया जाय ताकि एक ही दिन में सभी लोगों का रेस्क्यू हो सके।