पिथौरागढ़ 21 नवंबर। पिथौरागढ़ जिले के रावलखेत गांव निवासी अशोक चक्र विजेता शहीद बहादुर सिंह बोहरा की शहादत के 12 साल बाद भी गांव तक सड़क नहीं पहुंची है। शहीद के परिजनों और ग्रामीणों ने शहीद स्मारक स्थल पर एकत्र होकर सरकार से सड़क निर्माण की मांग की। सेना में तैनात रावलखेत गांव निवासी बहादुर सिंह बोहरा 2008 में शहीद हुए थे। सरकार ने उनके गांव तक सड़क निर्माण की घोषणा की थी लेकिन आज तक सड़क नहीं बनी है। रविवार को गांव के युवा, बुजुर्ग और महिलाएं शहीद स्मारक स्थल पर एकत्र हुए। इस दौरान सभी ग्रामीणों ने रावलखेत गांव को थल-मुवानी सड़क जोड़ने की मांग उठाई। कहा कि उन्हें वर्तमान में सड़क नहीं होने से गंगोलीहाट होते हुए घूमकर जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। शहीद की माता देवकी देवी और पत्नी शांति देवी ने कहा कि घोषणा के बाद भी गांव तक सड़क नहीं बनी है। उन्होंने कहा कि शासन प्रशासन को शीघ्र रावलखेत गांव तक सड़क बनानी चाहिए। इस मौके पर तमाम ग्रामीणों ने कहा कि सरकार एक ओर गांव-गांव पहुंचकर शहीद के गांव की मिट्टी एकत्र कर रही है। जबकि शहीदों के नाम पर की गई घोषणाओं पर आज तक अमल नहीं हुआ है। सभी ने शीघ्र गांव तक सड़क निर्माण की मांग उठाई। कहा कि यदि इसी तरह उपेक्षा जारी रही तो उन्हें चुनाव बहिष्कार के लिए भी मजबूर होना पड़ेगा।