पिथौरागढ़। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की मुहिम सफल हो गई। भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल ने भी (लाकुरीभेल नामक स्थान) इनर लाइन तक बिना अनुमति के पर्यटकों तथा स्थानीय निवासियों को जाने की अनुमति दे दी है। इस आदेश के बाद चीन सीमा से लगे मल्ला जोहर तथा रालम क्षेत्र में पर्यटन व्यवसाय के बढ़ाने की उम्मीद है।यहां पर बता दें कि भारत सरकार के स्पष्ट शासनादेश के बाद भी इनर लाइन की सीमा के भीतर पर्यटकों को जाने के लिए अनुमति पत्र बनाने की परंपरा लंबी समय से चल रही थी। अनुमति पत्र बनाने की प्रक्रिया लंबी तथा कठिन होने के कारण पर्यटकों के दस्ते मीलम ग्लेशियर सहित अन्य पर्यटक स्थलों का भ्रमण नहीं कर पा रहे थे। पर्यटकों के कई दस्ते परमिट नहीं बन पाने के कारण वापस लौट जाने से पर्यटन व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने इस मामले को जिलाधिकारी रीना जोशी के सम्मुख को उठाया।जिलाधिकारी द्वारा दिए गए आदेश के बाद उप जिला अधिकारी मुनस्यारी ने प्रस्ताव बनाकर सेनानी चौदवीं वाहिनी वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस जाजरदेवल को भेजा।सीमा पुलिस के उप सेनानी रोबिन कुमार ने आदेश पत्र जारी करते हुए सीमा पुलिस के मुनस्यारी से लेकर मीलम तक की चौकियों को आदेश कर दिया है कि भारत सरकार के शासनादेश के अनुसार पर्यटकों तथा स्थानीय नागरिकों को बिना अनुमति के इनर लाइन तक की सीमा तक जाने की अनुमति दी जाती है। इस आदेश के बाद पर्वतारोहण, पथारोहण तथा र अन्य साहसिक पर्यटन के लिए आने वाले पर्यटकों को परमिट की झंझट से निजात मिल गया है। इससे आने वाले समय में इस क्षेत्र में पर्यटन की गतिविधियां बढ़ेगी। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि मुनस्यारी में शीघ्र स्थानीय होटल, रेस्टोरेंट,होमस्टे, पोर्टर्स,गाइड, तथा टूर एंड ट्रेक चलाने वाले युवाओं की एक बैठक आयोजित की जा रही है। उन्होंने कहा कि मुनस्यारी क्षेत्र में आने वाले मेहमानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत ना हो। इस बात को लेकर क्षेत्र में टूरिज्म के नए कल्चर का निर्माण किया जाएगा।