पिथौरागढ़। गंगोलीहाट के कोठेरा गांव में तेंदुए ने दो साल के मासूम को मार डाला। इससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
मिली जानकारी के अनुसार पिछले डेढ़ साल से ननिहाल में रह रहे दो वर्ष तीन माह के अंशु पुत्र सुरेश को सोमवार को लगभग चार बजे तेंदुआ घर के आंगन से उठा कर ले गया। परिजनों को बच्चा का घर से आधा किमी दूर जंगल में घायल अवस्था में मिला। अस्पताल पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्चा अपनी मां के साथ पिछले डेढ़ साल से ननिहाल में रह रहा था।
जानकारी के अनुसार बच्चों का घर रुद्रपुर में है और उसके पिता सुरेश हरिद्वार में नौकरी करते हैं। परिजनों को जानकारी तब मिली जब उन्हें आंगन में खून ही खून दिखाई दिया। तुरंत ही गांव के युवा निखिल, गिरीश कोठारी, अभिषेक, और सुनील के पीछे जंगल की और भागे। घर से करीब आधा किलोमीटर दूर जंगल में बच्चा घायल अवस्था में मिला। युवकों ने बताया कि उसे वक्त बच्चों की सांस चल रही थी। युवा बच्चे को निजी वाहन से सीएचसी ले गए। यहां जांच के बाद डॉ. मयंक पहावा ने बच्चों को मृत घोषित किया। मासूम की मां और अन्य परिजन गहरे सदमे में हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा की कार्रवाई कर रही है। वन विभाग की टीम घटनास्थल पर पहुंची। रेंजर मनोज सनवाल ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए मंगलवार को पिंजरा लगाया जाएगा और वन विभाग की टीम हादसे के बाद लगातार गश्त कर रही है। तेंदुए के हमले में मासूम की मौत से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। गंगोलीहाट और बेरीनाग क्षेत्र में तेंदुए पहले भी कई बच्चों को निवाला बना चुके हैं।