पिथौरागढ़। अब पेंशनर को जीवित प्रमाण पत्र जमा करने के लिए बैंक के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। भारत सरकार के ग्रीन इनिशिएटिव गाइडलाइंस के तहत भारतीय स्टेट बैंक पिथौरागढ़ में डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र की शुरुआत की गई। बजुर्ग पेंशनरों को इससे बड़ी राहत मिलेगी। गुरुवार को इसकी शुरुआत करते हुए एसबीआई पिथौरागढ़ के मुख्य प्रबंधक जीवन चंद्र पाटनी ने बताया कि इसके तहत पेंशनर को अपने आधार और मोबाइल नंबर को “जीवन प्रमाण” एप में फीड करना होता है। इसके बाद पीपीओ संख्या, फेस रिकॉग्निशन और ओटीपी वेरिफिकेशन होकर जीवित प्रमाण पत्र डिजिटल माध्यम से जमा हो जाता है। इसके तहत कोई भी पेंशनर स्वयं भी घर बैठे अपना जीवित प्रमाण पत्र जारी कर सकता है। उन्होंने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया में एक मिनट से भी कम समय लगता है। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रबंधक स्वर्ण सिंह सूरी ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक पिथौरागढ़ क्षेत्र की समस्त शाखाओं में डिजिटल जीवित प्रमाण पत्र जमा किए जा रहे हैं। ताकि कार्बन फुट प्रिंट कम किया जा सके। सभी पेंशनरों ने बैंक की इस पहल की सराहना की है।