पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ सैन्य क्षेत्र में चल रहे भारत-नेपाल संयुक्त अभ्यास सूर्यकिरण-17 के दूसरे दिन, सैनिकों ने काउंटर इंसर्जेंसी और काउंटर टेररिज्म ऑपरेशंस में युद्ध क्षमताओं को मजबूत करने के साथ ही तकनीक साझा की।
प्रशिक्षण में कंपनी ऑपरेटिंग बेस (सीओबी) की स्थापना, प्रभावी खुफिया नेटवर्क का निर्माण, आईईडी और बूबी ट्रैप पर विशेष कक्षाएं सहित कई आवश्यक कौशल शामिल रहे। दोनों सेनाओं को कंपनी ऑपरेटिंग बेस स्थापित करने के व्यावहारिक अनुभव से लाभ हुआ, जिससे वे चुनौतीपूर्ण वातावरण में कुशलतापूर्वक काम करने में सक्षम हुईं। नेपाल सेना द्वारा आईईडी और बूबी ट्रैप पर कक्षा आयोजित की। इसके अतिरिक्त, एएनई (राष्ट्रविरोधी तत्वों) के ठिकानों पर छापेमारी पर एक व्याख्यान सह प्रदर्शन आयोजित किया गया, जिसमें छापेमारी के दौरान स्थिति की जागरूकता हासिल करने के लिए क्वाड कॉप्टर और सर्विलांस रैप्टर के उपयोग जैसे आधुनिक शैली का इस्तेमाल किया गया।
यह समग्र प्रशिक्षण आधुनिक सुरक्षा चुनौतियों के सामने उच्चतम स्तर की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए सैनिक की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। बाद में, शाम को, नेपाल सेना द्वारा काउंटर टेररिस्ट ऑपरेशंस पर एक केस स्टडी आयोजित की गई।