धारचूला (पिथौरागढ़)। नाबी मिलन घर धारचूला में व्यास घाटी के सातों ग्राम सभा बुदि, गर्ब्यांग, नप्लचु, रोगकोंग, गुंजी, नाबी, कुटी के ग्रामीणों की अहम बैठक हुई। जिसमें जनजाति समुदाय के विभिन्न समस्याओं के संबंध में चर्चा कर सर्वसम्मति से व्यास जनजाति संघर्ष समिति का गठन किया गया। जिसमें राजेंद्र सिंह नबियाल को अध्यक्ष, धीरेंद्र बुदियाल, निहारिका गर्ब्याल, टेसर नपलच्याल, लक्ष्मण कुटियाल को उपाध्यक्ष, गजेंद्र गुंज्याल महासचिव, हरीश रोंकली, अर्चना गुंज्याल, मंजू कुटियाल, मालती गर्ब्याल को सचिव बनाया गया।
सुरेंद्र रोंकली को कोषाध्यक्ष, कवींद्र बुदियाल सह कोषाध्यक्ष तथा खड़क रायपा, वीरेंद्र सिंह,दान सिंह बुदियाल, लक्ष्मी गर्ब्याल, रूपा गर्ब्याल, सरोजनी गर्ब्याल, सन्देश नपलच्याल, राकेश सिंह, संजय गुंज्याल, जसमा गुंज्याल, प्रवेश नबियाल, बृजेश नबियाल, प्रदीप नबियाल, परवीन रोंकली, वीरेंद्र रोंकली, भागीरथी रोंकली, शैलेन्द्र कुटियाल, अमर कुटियाल, पंकज कुटियाल को सदस्य बनाया गया।
भागेश्वरी गर्ब्याल, कुशल नपलच्याल, पान सिंह गुंज्याल, मदन नबियाल, जीवन रोंकली, चैत सिंह कुटियाल को संरक्षक बनाया गया।
नवनिर्वाचित अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नबियाल ने बताया कि समिति का मुख्य उद्देश्य स्थानीय लोगों के हक हकूक और अधिकारों की आवाज उठाना, क्षेत्र की समस्याओं को शासन और प्रशासन तक पहुंचाकर उनका निराकरण करना, ऐसी नीतियों और परियोजनाओं का विरोध करना जिससे पर्यावरण और स्थानीय लोगों का अहित हो। बैठक में बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।