धारचूला (पिथौरागढ़)। ग्राम सभा धारचूला देहात के तोक हाट में सन 1962-63 में सेना को लीज पर दी गई जमीन पर कब्जा लेने ग्रामीण पहुंच गए। इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। लंबे समय से ग्रामीणों के द्वारा सेना से 33 नाली जमीन ग्रामीणों को देने की मांग की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2009 में लीज समाप्त हो चुकी है।

पूर्व में किए गए आह्वान के तहत शनिवार सुबह बड़ी संख्या में ग्रामीण 33 नाली भूमि पर कब्जा लेने पहुंच गए, इससे तनाव बढ़ गया। मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए उप जिलाधिकारी मनजीत सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को उचित समाधान का भरोसा दिलाया। उपजिलाधिकारी ने सेना से भी भूमि के दस्तावेज के संबंध में जानकारी ली। ग्रामीणों की नाराजगी को देखते हुए उप जिलाधिकारी ने सेना के अधिकारियों से भी मुलाकात कर ग्रामीणों द्वारा की जा रही मांग से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा लिखित में अपनी भूमि सेना को नहीं दिए जाने के लिए पत्र दिया जाएगा जिस पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान ग्रामीण भूमि पर खेल मैदान बनाने की मांग करते रहे।

इस दौरान तहसीलदार राम प्रसाद आर्या, कोतवाल कुंवर सिंह रावत, बिशन रावल, चंद्र बिष्ट, मदन थलाल कमान रावल, खड़क बिष्ट, गगन चंद, गोपी चंद, पदम रावल, किशन रावल, हरक सिंह थलाल, नवीन थलाल, मनीष रावल, गौरव बिष्ट, गोविंद बिष्ट, किरण चंद, नर्मदा रावल, मंजू बिष्ट, हेमा बिष्ट आदि लोग मौजूद रहे।