देहरादून/पिथौरागढ़। सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर नवयुवकों से ठगी करने वाले गैंग के सरगना को उत्तरखण्ड एसटीएफ ने देहरादून से गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ द्वारा पकड़ा गया ईनामी अपराधी जनपद पिथौरागढ़ के जौलजीवी थाने से गैंगस्टर एक्ट के मुकदमे में वांछित चल रहा था और उस पर 10000 रुपये का ईनाम घोषित था।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ, उत्तराखण्ड आयुष अग्रवाल द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि आरोपी पश्चिमी दिल्ली निवासी पंकज सिंह के द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर जनपद पिथौरागढ़ में नवयुवकों से सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे धोखाधड़ी कर थाना क्षेत्र जौलजीवी से लगभग 70 लाख रुपये तथा पिथौरागढ़ व जाजरदेवल थाना क्षेत्रों आदि से लाखों रुपये की ठगी की गयी थी। अभियुक्तों द्वारा एक गैंग बनाया गया था जिसका लीडर पकड़ा गया अभियुक्त पंकज सिंह था। गैंग लीडर पंकज सिंह अपने 03 साथियों के साथ मिलकर सेना ( आईटीबीपी, सीआरपीएफ, बीएसएफ) में नौकरी दिलाने के नाम पर जौलजीवी, पिथौरागढ़ व जाजरदेवल आदि क्षेत्रों नवयुवकों को गुमराह कर धनोपार्जन करते थे। इस गैंग के भय के कारण कोई भी जनता का व्यक्ति मुकदमा लिखाने की हिम्मत नही जुटा पाता था। जिस पर प्रभारी निरीक्षक जौलजीवी के द्वारा दिनांक 16/12/23 को अभियुक्तों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट में एक मुकदमा थाना जौलजीवी में दर्ज करवाया था, तथा उत्तराखण्ड के कई और थानों में भी इस गैंग के सदस्यों के विरुद्ध ठगी व धोखाधड़ी के मुकदमें दर्ज हैं, तभी से आरोपी पंकज सिंह फरार चल रहा था। जिस पर हमारी टीम द्वारा लगातार काम किया जा रहा था। आरोपी के देहरादून में होने महत्वपूर्ण इनपुट मिला जिसपर टीम द्वारा रेड कर आरोपी को थाना राजपुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ की इस कार्यवाही में अ0उ0नि0 प्रकाश भगत की अहम विशेष भूमिका रही।