चम्पावत। बनबसा के धस्माना अस्पताल में साल 2014 में हुए दोहरे हत्याकांड में अस्पताल मालिक आशीष धस्माना और उनके ड्राइवर इदरीश अहमद दोषी साबित हुए हैं। अदालत चार अप्रैल को दोनों को सजा सुनाएगी। दोनों पर आरोप थे कि उन्होंने अस्पताल में काम करने वाले फार्मासिस्ट विजयपाल गंगवार और नर्स निशा शर्मा की हत्या की और बाद में उनके शवों के टुकड़े कर नानकमत्ता डैम के पास अलग-अलग जगह फेंक दिए थे।
मामले के अनुसार, आठ सितंबर 2014 को नानकमत्ता के खकरा नाले में महिला और पुरुष के मानव अंग मिले थे। मृतकों की पहचान बरेली निवासी विजयपाल गंगवार और निशा शर्मा के रूप में हुई थी। पुलिस जांच में दोनों की हत्या धस्माना अस्पताल में होने की पुष्टि हुई। आशीष का कहना था कि विजय और निशा एक डॉक्टर के साथ मिलकर लोगों को नशीले इंजेक्शन देते थे। इससे अस्पताल की साख खराब होने खतरा था, जिस वजह से उसने दोनों के कत्ल की योजना बनाई थी। आशीष ने कानपुर निवासी ड्राइवर इदरीश के साथ मिलकर ये वारदात की थी। शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश कहकशा खान की अदालत ने दोनों आरोपियों को दोषी करार दिया। जिला शासकीय अधिवक्ता विद्याधर जोशी ने बताया कि चार अप्रैल को सजा सुनाएगी।