पिथौरागढ़। पिथौरागढ़ के नगरपालिका सभागार में आरंभ स्टडी सर्कल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में प्रख्यात इतिहासकार शेखर पाठक जी की यात्रा किताब ‘हिमांक और क्वाथनांक के बीच’ का लोकार्पण हुआ. इस अवसर पर सद्य प्रकाशित किताब पर बातचीत भी आयोजित हुई. नवारूण प्रकाशन के संजय जोशी ने इस मौके पर शेखर पाठक के साथ किताब पर विस्तार से चर्चा की.


विमोचन से पूर्व नैनीताल से आए छायाकार प्रदीप पांडे जी ने कालिंदीखाल यात्रा पर केंद्रित इस किताब पर जानकारी दी. किताब का विमोचन शेखर पाठक जी की उपस्थिति में पथारोही महेंद्र मिराल, मनमोहन चिलवाल, प्रकाशक संजय जोशी द्वारा किया गया. इस मौके पर पहाड़ टीम के सदस्य, अस्कोट आराकोट अभियान दल के साथी, पिथौरागढ़ के गणमान्य जन, साहितयप्रेमी, युवाओं, यात्रा उत्साही जनों के बीच संपन्न हुआ.
इस आयोजन में अस्कोट आराकोट अभियान की अब तक की यात्रा पर ‘पहाड़’ द्वारा स्लाइडशो का प्रस्तुतीकरण भी किया गया. स्लाइड शो के जरिए यात्रा के बारे में जानने और यात्रा से जुड़े अनुभव सुनने के बाद श्रोताओं के प्रश्नों के माध्यम से यात्रा के हासिल, इसकी सीमाओं, आगामी यात्रा की योजनाओं और यात्रा से अपेक्षाओं पर भी बात की.
इस मौक़े पर पुस्तक प्रदर्शनी भी लगी. प्रदर्शनी में विविध विधाओं की किताबों के साथ साथ विमोचित पुस्तक समेत शेखर पाठक की अन्य पुस्तकें भी शामिल रही. इस अवसर पर शेखर पाठक को सुनने के लिए पिथौरागढ़ के छात्रों, युवाओं, पुस्तक एवं यात्रा प्रेमियों में उत्साह देखा गया। विमोचित किताब के प्रति सभी पाठकों में बेहद उत्साह रहा। वक्ताओं ने कहा कि यह बेहद हर्ष की बात है कि इस पुस्तक की पहली प्रति प्रेस से निकलकर सीधा पिथौरागढ़ में ही पाठकों के हाथ में पहुँच रही है. यह आयोजन इस रूप में भी विशेष रहा कि यह छठी अस्कोट आराकोट यात्रा के लिए यात्री दल के पांगू (धारचूला) रवाना होने की पूर्व संध्या पर आयोजित हुआ. आयोजन में हर्ष काफर, लक्ष्मण सिंह महर कैंपस के निदेशक डॉ. हेम पांडेय, शीतल, एकता, किशोर आदि शामिल रहे।