जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने आज गणकोट का स्थलीय निरीक्षण कर आपदा प्रभावितों से भेट कर उनसे उनका हालचाल जाना। बताते चले कि विगत दिवसों में अतिवृष्टि के कारण पिथौरागढ के गणकोट में भारी बारिश और बदल फटने से 72 वर्षीय देवकी देवी पत्नी स्व. श्री पूरन चंद्र उपाध्याय भवन सहित घर मलबे में दब गई जिस से उनकी मृत्यु हो गई। घटना के समय मृतका के साथ घर में उनका पोता प्रियांशु, बेटा मनोज चंद्र उपाध्याय और बहू चंद्रकला उपाध्याय मौजूद थे, जो इस आपदा से सकुशल बच गए। हालांकि, मकान के पास स्थित गोठ में बंधी दो गायें और दो बछड़े इस आपदा में दब गए। जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने आज गणकोट पहुंचकर सम्बन्धित के परिजनों से भेट कर दुख की इस घड़ी में उन्हें ढाढस बंधाते हुए दिवंगत आत्मा की शांति हेतु शोक संवेदना व्यक्त की गई । निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने ग्राम विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि क्षेत्र में आपदा से जो भी रास्ते, मार्ग, मंदिर, भवन आदि क्षतिग्रस्त हुए है तत्काल क्षति का आगणन करते हुई रिपोर्ट तैयार करना सुनिश्चित करे। उन्होंने भू वैज्ञानिक को निर्देश दिए की वो पूरे क्षेत्र के साथ ही वहा स्थापित स्कूल का सर्वे कर यह भी सुनिश्चित कर ले कि वो कितना सुरक्षित है और उसमें सुरक्षात्मक कार्य और क्या क्या किए जाने है। जिलाधिकारी ने जल संस्थान को निर्देश दिए कि क्षेत्र में जितनी भी पेयजल लाइनें क्षतिग्रस्त हुई है , तत्काल उन्हें चालू करते हुए पेयजल आपूर्ति सुचारू करना सुनिश्चित करे और समय से पेयजल आपूर्ति सुचारू नही हो पाती है तो टैंकर के माध्यम से पेयजल आपूर्ति सुचारू करना सुनिश्चित करे। इस दौरान जिलाधिकारी ने आपदा पीड़ितों को फूड किट एवम कम्बल वितरित किए गए। इस दौरान एडीएम डॉ0 शिवकुमार बरनवाल, एसडीएम खुशबू आर्य, तहसीलदार विजय गोस्वामी,भू वैज्ञानिक, वीडीओ आदि उपस्थित रहे।