पिथौरागढ़। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के सभी कर्मचारी और शिक्षको ने एनपीएस और यूपीएस की प्रतियां जलाकर अपना रोष व्यक्त किया। सभी कार्मिकों ने एकजुट होकर आगामी निकाय चुनाव में जो भी पुरानी पेंशन बहाली की बात करेगा। उसे पूरा समर्थन देने का संकल्प लिया है। कार्मिकों ने कहा कि पुरानी पेंशन के अलावा कुछ स्वीकार नहीं करेंगे। कहा की उत्तराखंड में एक अक्टूबर को पुरानी पेंशन के स्थान पर नई पेंशन योजना लागू की गई थी, किसके विरोध में सभी काला दिवस मना रहे है। एन एम ओ पी एस के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र लुंठी के नेतृत्व में जिले के सभी विकास खंडों, विद्यालयों और कार्यालयों में तैनात शिक्षक और कर्मचारियों ने कहा कि प्रांतीय नेतृत्व के आवाहन पर उनके द्वारा प्रदर्शन किया जा रहा है। सभा का संबोधन करते हुए एनएमओपीस जिला मंत्री मोहित सिंह बिष्ट ने कहा की सभी को एकजुट होकर पुरानी पेंशन बहाली के लिए आगे आना होगा। राजकीय शिक्षक संघ के जिला मंत्री प्रवीण रावल और उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सौरभ चंद ने वोट फॉर ओ पी एस की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि कर्मचारियों और शिक्षक किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन या विरोध नहीं कर रहे है। वे बस उसी का साथ देंगे जो पुरानी पेंशन बहाल करेगा। सभा में बोलते हुए राज्य कर्मचारी परिषद के जिलाध्यक्ष प्रदीप भट्ट और पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संघ के संरक्षक जगत खाती ने सभी से एकजुट होने की अपील की। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन (एनएमओपीएस) के जिलाध्यक्ष बिजेन्द्र लुंठी ने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग को विगत एक साल से चरणबद्व आंदोलन चलाया गया है। इस बीच जिले के सैकडों कर्मचारी और शिक्षक दिल्ली में 1 अक्टूबर के आंदोलन में भी प्रतिभाग कर चुके है। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर राज्य सरकार से कई दौर की वार्ता हो चुकी है। लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही है। विगत दिनों केंद्र सरकार से हुई बैठक में ओल्ड पेंशन स्कीम के स्थान पर यूनिफाइड पेंशन योजना लागू करने की घोषणा की गई है, जिसे कर्मचारी और शिक्षक किसी भी सूरत में स्वीकार नही करेंगे। विगत दिनों शासन स्तर पर हुई वार्ता में हमारे द्वारा प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली की मांग रखी गयी थी, लेकिन सरकार ने उल्टा कर्मचारियों को एनपीएस की जानकारी के संबंध में वर्कशॉप आयोजित करने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ दिया है। जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। लुंठी ने बताया कि आंदोलन के अगले चरण में अब जनता को भी साथ लिया जाएगा।