धारचूला। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला के ऑपरेटर “द हिमालयन गोट्स” के पांच सदस्यीय दल ने दारमा घाटी को व्यास घाटी से जोड़ने वाले “स्येनौ ला पास” से आदि कैलाश की परिक्रमा पूरी की है। इस वर्ष उत्तराखण्ड टूरिज्म द्वारा घोषित स्येनौ ला पास को “ट्रेक ऑफ द ईयर ” घोषित किया था। द हिमालयन गोट्स द्वारा संचालित इस परिक्रमा में 9 सदस्यों में से 05 सदस्य परिक्रमा को पूरा करने में सफल रहे। ये सदस्य देश के विभिन्न प्रदेश जैसे महाराष्ट्र, राजस्थान, उड़ीसा और कर्नाटक से आए थे। धारचूला के पर्वतारोही योगेश गर्ब्याल द्वारा इस अभियान को लीड किया गया। टीम के सदस्य 21 अक्तूबर को धारचूला से चले। 27 अक्टूबर की सुबह 04:00 बजे बेदांग बेस कैंप से निकले थे और दिन के 02:00 बजे स्येनौ ला पास पहुंचे और राष्ट्रीय झंडा फहराया। ट्रेक को जारी करते हुए टीम के सदस्य शाम को 5 बजे ज्योलिंगकांग पहुंचे। पर्वतारोही योगेश गर्ब्याल ने बताया कि रूट की स्थिति पिछले साल से खराब हुई है और जगह- जगह पर खतरा बना है। सरकार को रूट को सही करने की जरूरत है। टीम के सदस्यों में नीलेश उपाध्याय, अर्जुन गर्ब्यांल, कला बड़ाल, सलीता, स्वातिश्री, मिनाक्षी रावत थीं। बता दें कि 2018-19 में सीबीटीएस और द हिमालयन गोट्स को टीम द्वारा इस ट्रेक रूट को तीन दशक के बाद खोला था। उनके द्वारा इस ट्रेक का नियमित संचालन किया जाता है। अभी तक लगभग 50 से अ​धिक शिव भक्तों ने इस कठिन परिक्रमा को पूर्ण किया है।