पिथौरागढ़। पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन के नव नियुक्त कुमाऊं मंडल प्रभारी लक्ष्मण कोरंगा का पिथौरागढ़ पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर कुमाऊं मंडल में होने वाली कार्यकारिणी के विस्तार पर व्यापक चर्चा की गई।यहां एनएमओपीएस के जिलाध्यक्ष बिजेंद्र लुंठी की अगुवाई में पहली बार पिथौरागढ़ पहुंचे कोरंगा का स्वागत किया गया। जिला मुख्यालय में बैठक का आयोजन कर संगठन की भविष्य में होने वाली विभिन्न गतिविधियों पर चर्चा की गई। बताया कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग को विगत कई वर्षों से चरणबद्व आंदोलन चलाया गया है। इस बीच जिले के सैकडों कर्मचारी और शिक्षक दिल्ली और देहरादून में हुए आंदोलन में भी प्रतिभाग कर चुके है। पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर राज्य सरकार से कई दौर की वार्ता हो चुकी है। उसके बाद भी सरकार का रुख जस का तस बना हुआ है। विगत दिनों शासन स्तर पर हुई वार्ता में हमारे द्वारा प्रदेश में पुरानी पेंशन बहाली की मांग रखी गयी थी, लेकिन सरकार ने एनपीएस के स्थान पर यूपीएस लागू करने की घोषणा कर कर्मचारियों और शिक्षकों के रोष को और भी ज्यादा बढ़ा दिया है। बैठक में राजकीय शिक्षक संघ के जिला मंत्री प्रवीण रावल और उत्तरांचल पर्वतीय कर्मचारी शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष सौरभ चंद ने कहा कि सभी को हूबहू पुरानी पेंशन चाहिए। एनपीएस और यूपीएस का पुरजोर विरोध किया जाएगा। जिलाध्यक्ष लुंठी ने बताया कि आंदोलन को अगली कड़ी में अब १५ दिसंबर को दिल्ली में संगठन का राष्ट्रीय अधिवेशन होना है। जिसमें जिले से भी सैकड़ो की संख्या में कर्मचारियों और शिक्षकों द्वारा प्रतिभाग किया जाएगा। कहा कि पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर अब सभी कर्मचारी और शिक्षक मुखर होने लगे है। सरकार ने कर्मचारियों की पेंशन बंद कर उनके बुढ़ापे की लाठी छीन ली है। अपना पूरा जीवन सरकारी सेवा को अर्पित करने के बाद आज जो भी कर्मचारी या शिक्षक सेवानिवृत्त हो रहे है, उन्हें नाममात्र की पेंशन मिल रही है। वही दूसरी तरफ चुनाव जीतकर मात्र सपथ ग्रहण करने के बाद एक सांसद और विधायक पुरानी पेंशन का हकदार बन गया है। कहा कि एक देश में दो विधान कतई स्वीकार योग्य नहीं है। जिसके विरोध में आगामी चुनावों में वोट फ़ॉर ओपीएस की रणनीति अपनाई जाएगी। वहीं बैठक के अंत में मंडल प्रभारी लक्ष्मण कोरंगा ने कहा कि उनके द्वारा कुमाऊं के सभी जनपदों का भ्रमण कर सांगठनिक मजबूती, सदस्यता अभियान, नए सदस्यों को संगठन से जोड़ने के लिए लगातार प्रयास किए जायेंगे। इस मौके पर एनएमओपीएस के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे।