पिथौरागढ़। डीडीहाट सीट से तीन बार विधायक रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता गोपाल दत्त ओझा का 90 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है। शुक्रवार को स्थानीय रामेश्वर घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।

स्वर्गीय गोपाल दत्त ओझा उत्तर प्रदेश विधानसभा में डीडीहाट सीट से तीन बार विधायक चुने गए थे। आजीवन गांधीवादी रहे स्व.ओझा सीधे और सरल राजनेता माने जाते थे। बृहस्पतिवार की रात लगभग दो बजे उन्होंने पिथौरागढ़ के बैंक रोड स्थित अपने आवास में अंतिम सांस ली। शुक्रवार को रामेश्वर घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र कांग्रेस नेता एड.मनोज ओझा और केंद्रीय विद्यालय में कार्यरत शिक्षक अशोक ओझा ने चिता को मुखाग्नि दी। पूर्व राज्य सभा सांसद महेंद्र सिंह माहरा, पूर्व पालिकाध्यक्ष जगत सिंह खाती, महेंद्र सिंह लुंठी, राजेंद्र भट्ट, आनंद पांडेय, हरगोविंद पंत, हिमांशु ओझा, पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश पंत, बार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष मोहन चंद्र भट्ट, एड.रमेश कापड़ी, आलोक चौधरी, एड.अनिल रौतेला, एड.अजय राठौर, होटल एसोसिएशन के सचिव राकेश देवलाल सहित बड़ी संख्या में लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए।

कांग्रेस जिला कार्यालय में भी कांग्रेस कमेटी ने शोक सभा का आयोजन किया गया। शोक सभा में पूर्व विधायक मयूख महर ने कहा कि आज कांग्रेस ने अपना मजबूत स्तंभ खो दिया है। शोक सभा में जिलाध्यक्ष त्रिलोक महर, यूथ जिलाध्यक्ष ऋषेंद्र महर, तिलक राज जोशी, पूरन भट्ट, डॉ.हरीश बोरा, पूर्व प्रदेश प्रवक्ता खीमराज जोशी, भैरव गिरी, बहादुर सामंत, मुस्तकिम, सुरेश पांडेय, होशियार लुंठी, गणेश प्रसाद, हीरा सिंह, जितेंद्र महर आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे। उत्तराखंड कांग्रेस के महासचिव संगठन मथुरादत्त जोशी ने उनके निधन पर दुख जताते हुए कहा कि आज पिथौरागढ़ ही नहीं उत्तराखंड के कांग्रेस जनों ने पार्टी का एक सच्चा सैनिक खो दिया है। कहा कि स्वर्गीय ओझा ने कभी भी पार्टी के सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।