पिथौरागढ़। अर्थ सोसायटी फ़ॉर द वेलफ़ेयर ऑफ़ मैनकाइंड और अर्थ रंगमंडल के द्वारा पद्मश्री दया प्रकाश सिन्हा लिखित नाटक “मन के भँवर” का मंचन संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से मनोज लीला भट्ट के निर्देशन में, नगर पालिका हॉल, पिथौरागढ़ में रविवार को मंचित किया गया। इस नाटक में मुख्य अतिथि नगर निगम की मेयर कल्पना देवलाल रहीं। मंच का संचालन प्रियंका जोशी के द्वारा किया गया।
“मन के भँवर” नाटक एक बहुत ही संवेदनशील सामाजिक नाटक है। नाटक में एक प्रसिद्ध मनोचिकित्सक के पूरे जीवन की घटनाओं को दर्शाया गया है। जो इस भौतिक युग में भी अपना कार्य सादगी, समर्पण और प्रतिबद्धता से करता है। जो इस भौतिक युग में भी अपना काम सादगी, समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ करता है। दूसरी ओर, उसकी पत्नी छाया जो बहुत भौतिकवादी है और विलासिता पसंद करती है। विचारों में अंतर के कारण उनके रिश्ते में दरार आ जाती है एक मनोचिकित्सक जो अपना पूरा जीवन दूसरों का इलाज करने में लगा देता है और खुद एक मनोरोगी बन जाता है, यही इस नाटक की मूल कहानी है। इसको को मंच पर दीपक मंडल, प्रीती रावत, अभिषेक पटेल, तनुजा गोस्वामी, सुनील उप्रेती, राजेश सिंह, मुकेश कुमार, आरती गैरा, सपना जैसे अभिनेताओं के द्वारा बड़ी ही खूबी से अभिनीत किया गया साथ ही मंच के पीछे से भी अन्य टीम के सदस्यों ने अपनी प्रतिभा से नाटक के मंचन में बखूबी साथ दिया। अर्थ सोसायटी फ़ॉर द वेलफ़ेयर ऑफ़ मैनकाइंड के महासचिव और नाटक के निर्देशक मनोज लीला भट्ट ने बताया की नाटक में मंचन के साथ-साथ जनपद पिथौरागढ़ के स्कूलों में बच्चों को रंगमंच की उनके जीवन में महत्त्व के बारे में बताया जाएगा और साथ ही बच्चों को भारत के संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में इसकी महत्ता के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। और स्वच्छ भारत अभियान के तहत खुद को और शहर को स्वच्छ रखने के लिए भी जागरूक किया जाएगा।