पिथौरागढ़। स्प्रिंग एंड रिवर रिजुवेनेशन अथॉरिटी (सारा परियोजना) के अंतर्गत जल संरक्षण के महत्व को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से “जल संरक्षण अभियान-2025” के अंतर्गत “जल उत्सव सप्ताह” मनाया जा रहा है। इस कड़ी में आज यक्षवती नदी, नियर बस्ते, रई क्षेत्र, पिथौरागढ़ में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस अवसर पर जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया, उन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया, कार्यक्रम में स्थानीय महिलाओं द्वारा पारंपरिक गायन (सगुनाखर) गाकर जिलाधिकारी समेत सभी अतिथिगणों का स्वागत किया गया, कार्यक्रम के दौरान पर्यावरणविदों, गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पर्यावरण संरक्षण तथा यक्षावती नदी को पुनर्जीवित करने हेतु अपने विचार रखे गए,जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में जल संरक्षण, वनअग्नि रोकथाम, स्वच्छता कार्यक्रमों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने यक्षवती नदी सहित नौलों धारों को पुनर्जीवित करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से स्थानीय जनमानस को अवगत कराया, उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी से आग्रह किया है कि वे जिले के सभी विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए स्थानीय पेयजल परियोजनाओं जैसे आंवलाघाट पंपिंग परियोजना आदि के शैक्षिक दौरे आयोजित करें। इस पहल से छात्रों को जल के महत्व, जल संरक्षण की आवश्यकता और जल प्रबंधन की प्रक्रियाओं से सीधे तौर पर परिचित कराया जाएगा, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यावहारिक अनुभव भी मिलना चाहिए। उन्होंने कहा, “आज की पीढ़ी को यह समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि जल कितना अनमोल संसाधन है और इसे प्राप्त करने और वितरित करने में कितनी मेहनत लगती है। इन दौरों से बच्चे न केवल जल के स्रोतों और वितरण प्रणाली को समझेंगे, बल्कि उन्हें जल की बर्बादी रोकने और इसके सदुपयोग के लिए प्रेरित भी किया जा सकेगा।” उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से समुदाय में जागरूकता बढ़ेगी और लोग इस अभियान से भावनात्मक रूप से जुड़ेंगे। सारा परियोजना की यह पहल जल संरक्षण के क्षेत्र में एक सराहनीय कदम है, जो भविष्य में सतत विकास और जल सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में मील का पत्थर सिद्ध होगी, कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल यक्षवती नदी को पुनर्जीवित करना है, बल्कि जल संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना तथा स्थानीय समुदाय को इस प्रयास में सक्रिय भागीदारी हेतु प्रेरित करना भी है।इस अवसर पर जल एवं पर्यावरण संरक्षण विषय पर आधारित पहाड़ी वोकल टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर पर्यावरण संरक्षण, पौध रोपण, स्वच्छता, वानग्नि रोकथाम आदि का संदेश दिया गया तथा सभी उपस्थित लोगों को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई और पर्यावरणविदों को जिलाधिकारी द्वारा पुरस्कृत भी किया गया। मुख्य विकास अधिकारी डॉ दीपक सैनी, प्रभागीय वनाधिकारी आशुतोष सिंह सहित अन्य पर्यावरणविदों द्वारा जल संरक्षण, जलवायु परिवर्तन आदि विषयों पर प्रेरक वक्तव्य प्रस्तुत किए गए। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से लोगों को जल और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रचनात्मक तरीके से समझाया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य विकास अधिकारी डॉ दीपक सैनी, प्रभागीय वनाधिकारी आशुतोष सिंह, मुख्य शिक्षा अधिकारी हरक राम कोहली, 130 इको टास्क फोर्स कर्नल वी.के दानू, पूर्व सैनिक संगठन के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में स्थानीय जनमानस उपस्थित रहे।