देहरादून:टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह ने देहरादून स्थित निजी आवास पर उत्तराखण्ड के चर्चित बाल साहित्यकार इंजी. ललित शौर्य की पुस्तक बाल तरंग का विमोचन पर किया। हिंदी दिवस के अवसर पर युवा बाल साहित्यकार की पुस्तक हिंदी साहित्य के भंडार को सम्पन्न बनाने का कार्य करेगी। कार्यक्रम में बोलते हुए सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह ने कहा कि इंजी. ललित शौर्य की पुस्तक बाल तरंग बच्चों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। इस पुस्तक में हिंदी के साथ-साथ गढ़वाली और कुमाउनी में भी रचनाओं का अनुवाद है। जो क्षेत्रीय भाषाओं को समृद्ध करती हुई से प्रतीत होती हैं।साथ ही रचनाओं का अंग्रेजी अनुवाद पुस्तक को वैश्विक बनाती है। जिससे अंग्रेजी के जानने वाले भी कविताओं से जुड़ पाएंगे। यह कविता जगत में अपनी तरह का अनूठा प्रयोग है। हिंदी, अंग्रेजी, गढ़वाली और कुमाउनी भाषा को एक माला में पिरोकर इंजी. शौर्य ने अभिनव प्रयोग किया है। आज की पीढ़ी को इसकी महती आवश्यकता है। हिमालयन हेरिटेज सोसायटी के निदेशक रजनीश कौंसवाल ने कहा कि पुस्तक बाल तरंग बच्चों को मनोरंजन के साथ-साथ प्रेरणा भी देती है। हमारी सोसायटी का उद्देश्य बच्चों के हाथों में मोबाइल की जगह पुस्तकें देने का है। जिसके लिए संस्था इंजी. ललित शौर्य के साथ मिलकर कार्य कर रही है। इंजी. ललित शौर्य ने सांसद माला राजयलक्ष्मी शाह का धन्यवाद व्यक्त करते हुए कहा कि यह पुस्तक नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए लिखी गई है। इसमें हिंदी के साथ-साथ बाल पाठकों को गढ़वाली और कुमाउनी में भी रचनाएं पढ़ने को मिलेंगी। जिससे उनका क्षेत्रीय भाषाओं के प्रति सहज लगाव बढ़ेगा। विदित है कि इंजी. शौर्य की अबतक 18 से अधिक बाल साहित्य की पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी रचनाएं मराठी, कन्नड़, मलयालम, गुजराती, अंग्रेजी, गुरुमुखी, गढ़वाली, कुमाउनी, तेलगु, उड़िया समेत कई भारतीय भाषाओं में अनुदित हो चुकी हैं। इंजी. शौर्य को अब तक कई राष्ट्रीय सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। उनकी पुस्तकों का विमोचन राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों समेत अनेक प्रबुद्धजनों द्वारा किया जा चुका है। इस अवसर पर इंजी. विपिन शाह, राजपाल जड़धारी, पूर्व दर्जा मंत्री प्रताप सिंह रावत आदि उपस्थित थे।