
पिथौरागढ़।जनपद मुख्यालय पर पूर्व सैनिक संगठन द्वारा आज राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष में एक बहुआयामी समारोह का सफल आयोजन किया गया जिस पर बड़ी संख्या में मातृशक्ति और पूर्व सैनिकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। आज प्रातः पूर्व सैनिक संगठन सम्मान स्थल पर आयोजित कार्यक्रम पर संगठन के धर्मगुरु नवीन गुरुरानी साहब द्वारा मंत्रोपचार के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, जहां पर उत्तराखंड के जन्म दिवस पर केक काटकर आयोजन को शुभारंभ किया गया, जिस पर समग्र उत्तराखंड की परिचर्चा पर पूर्व सैनिकों द्वारा बातों को रखा गया तथा संगठन अध्यक्ष मयूख भट्ट के द्वारा उत्तराखंड पर मूल निवास और भू कानून को लागू करने तथा बेहतर समाज के निर्माण में पूर्व सैनिकों द्वारा भी अपनी सहभागिता निभाने पर जोर दिया गया जिस पर भविष्य में अनेक कार्यक्रमों को जनपद पर आयोजन करने हेतु स्वीकृति प्रदान की गई जिन से बच्चों,युवाओं और वृद्ध जनों को लाभ दिया जा सके। संगठन द्वारा एक मेडिकल कैंप को भी जल्द ही जनपद पर आयोजित करने हेतु स्वीकृति प्रदान की गई जिसके लिए विशेषज्ञ डॉक्टर/संस्थान के साथ वार्ता कर पूर्ण किया जाएगा। आज समारोह पर 47 पूर्व सैनिकों और वीरांगनाओं द्वारा जन्म प्रमाण पत्र भी निशुल्क भर गया जिसकी व्यवस्था संगठन के कार्यालय प्रबंधक संजय प्रसाद साहब द्वारा की गई। बेहतर राज्य की परिकल्पना के साथ अमर शहीदों को याद करते हुए समग्र उत्तराखंड की कामना के साथ आज के कार्यक्रम को बहुत सुंदरता के साथ आयोजित किया गया तथा साथ ही साथ कुछ दिन पूर्व सेवा से सेवानिवृत पूर्व सैनिकों सूबेदार मोहन सिंह ,कप्तान राजेंद्र सिंह, नायब सूबेदार लक्ष्मण सिंह, नायब सूबेदार नवीन चंद्र जोशी साहब का संगठन द्वारा माला पहनकर स्वागत भी किया गया। भगवान सिंह रौतेला सेना मेडल साहब द्वारा संगठन को स्थापना दिवस पर एक पौधा भेंट किया गया। भारत माता की जय देव भूमि की जय तथा पूर्व सैनिक संगठन के जयकारों के साथ आज के कार्यक्रम को समापन किया गया। आज के कार्यक्रम पर श्रीमती दीपा जोशी,श्रीमती प्रमिला बोरा, श्रीमती दीपा चुफाल, कैप्टन देवी दत्त वीएसएम, सूबेदार मेजर सुरेश पुनेठा सेना मेडल, शंकर सिंह,गिरधर सिंह प्रहलाद सिंह राजेंद्र जोरा,भगवान सिंह वाल्दिया,विजेंद्र सिंह, अर्जुन सिंह, कमान सिंह, भूपाल सिंह, हयात सिंह, भूपेंद्र बोहरा, उमेश तिवारी, उमेश पाण्डेय सहित कई पूर्व सैनिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कैप्टन लक्ष्मण सिंह देवपा साहब द्वारा किया गया।


