पिथौरागढ़। जिला अस्पताल, महिला अस्पताल सहित जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) में डॉक्टरों की भारी कमी को लेकर आज पार्षद संगठन, नगर निगम पिथौरागढ़ के बैनर तले एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया।
धरना स्थल पर पार्षदों ने स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली पर नाराजगी जताते हुए सरकार से शीघ्र ठोस और प्रभावी कार्रवाई की मांग की।धरना-प्रदर्शन के दौरान पार्षद सुशील खत्री ने कहा कि जिले में लंबे समय से विशेषज्ञ डॉक्टरों के पद रिक्त पड़े हैं, जिसके चलते आम जनता को इलाज के लिए हल्द्वानी, बरेली और अन्य बड़े शहरों का रुख करना पड़ रहा है। इससे न केवल मरीजों को आर्थिक बोझ उठाना पड़ता है, बल्कि समय पर उपचार न मिलने से जान का खतरा भी बना रहता है। उन्होंने जिले में सर्जन, रेडियोलॉजिस्ट और महिला रोग विशेषज्ञों की तत्काल तैनाती की मांग उठाई।
पार्षद पावन पाटनी ने सभी तहसीलों के अंतर्गत आने वाले सीएचसी और पीएचसी में रेडियोलॉजिस्ट व महिला विशेषज्ञों की नियुक्ति को अनिवार्य बताते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से भगवान भरोसे चल रही हैं। धरने के दौरान यह मांग भी रखी गई कि जिला अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों, सर्जन सहित सभी रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए।
महिला अस्पताल और जिला अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञों की कमी पर भी पार्षदों ने चिंता जताई। उनका कहना था कि बच्चों और महिलाओं को समुचित स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं, जो बेहद चिंताजनक है। वहीं पार्षद त्रिलोक सिंह महर ने शीघ्र स्थायी नगर आयुक्त की तैनाती की मांग भी उठाई।
पार्षद संगठन ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर जल्द सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। धरना-प्रदर्शन में पार्षद शेरिन नगरकोटी, पुष्पा उप्रेती, नीरज जोशी, जयंती सौन, अंशु नागी, हंसी प्रकाश, मोहित चौसाली,भूपेंद्र कठायत, नीरज कोठारी, करन सिंह स्थानीय मयूर नागी, चन्द्र प्रकाश, नरेंद्र ग्वाल, एड.आलोक चौधरी, गौरव पुनेठा, संतोष हेनरी, मनोज कुमार मौजूद रहे।
