मुंबई। सुर कोकिला और स्वर साम्राज्ञी लता मंगेश्वर का  92 साल की उम्र में निधन हो गया है। लता दीदी ने हिंदी सहित कई भाषाओं में 30 हजार से अधिक गाने गाए थे।

लता मंगेशकर को इसी साल जनवरी महीने की शुरुआत में कोविड संक्रमित होने के बाद मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती किया गया था। स्थिति में सुधार नहीं होने के बाद वह हफ़्तों से आईसीयू में थीं, जहां रविवार सुबह 8 बजकर 12 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली।

मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल के डॉ. प्रतीत समदानी ने लता मंगेशकर के निधन की सूचना देते हुए बताया आज सुबह 8:12 मिनट पर लता दीदी का निधन हो गया है। उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था।स्वर कोकिला और भारत रत्न लता मंगेशकर का पूरे राजकीय सम्मान के साथ मुंबई के शिवाजी पार्क में अंतिम संस्कार किया गया।
भारत रत्न और स्वर कोकिला लता मंगेशकर का मुंबई के शिवाजी पार्क में पूरे राजकीय सम्मान के साथ रविवार को अंतिम संस्कार किया गया। उनकी चिता को उनके भाई हृदयनाथ मंगेशकर ने मुखाग्नि दी। इस मौके पर लता दीदी के परिवार के सदस्य उपस्थित रहे। लता दीदी के अंतिम संस्कार में फिल्मी दुनियां से लेकर राजनीतिक और खेल जगत की हस्तियां भी शामिल हुईं।
लता मंगेशकर ने अपने जीवन में 30 हजार से अधिक गाने गाए थे। जब उन्होंने 1963 में गणतंत्र दिवस पर ए मेरे वतन के लोगों जरा आंख में भर लो पानी, जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुरबानी जब गाया तो प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की आंखों में भी आंसू आ गए थे।
रहें न रहें हम, महका करेंगे, तुझसे नाराज नहीं जिंदगी, लग जा गले कि फिर ये हंसी…. सहित हजारों ऐसे सदाबहार गीत हैं जो हमेशा गुनगुनाए जाते रहेंगे।