पिथौरागढ़। भारत-नेपाल सीमा पर बसा तड़ीगांव अभी तक सड़क से नहीं जुड़ सका है। गांव में किसी के बीमार होने या फिर घायल होने पर डोली में रखकर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है।
रविवार को गांव की महिला कमला चंद घास काटते समय पहाड़ी से गिरकर घायल हो गई। गांव में सड़क और अस्पताल नहीं होने के कारण उन्हें उपचार के लिए बलतड़ी तक डोली में ले जाया गया। इसके बाद वहां से वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां पर घायल महिला का उपचार चल रहा है। घायल महिला को डोली से सड़क तक पहुंचाने वालों में युवा रोशन चंद, हरीश चंद, भूपेंद्र चंद, गोपाल चंद, दीपक चंद, हेमू चंद आदि ग्रामीण शामिल रहे। ग्रामीणों ने बताया कि गांव तक सड़क नहीं होने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जब भी कोई बीमार होता है तब उन्हें डोली में रखकर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है। कई बार डोली को कंधा देने के लिए भी लोग नहीं मिल पाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सड़क के नाम पर आज तक उन्हें केवल कोरे आश्वासन दिए गए हैं।