बागेश्वर। कपकोट तहसील में मूसलाधार बारिश से आज सरयू नदी अचानक उफान पर आ गई। इस दौरान विकास भवन के सामने घाट निर्माण के लिए नदी से रेता निकाल रहे मजदूर नदी में फंस गए। उन्होंने नदी के बीच में बने टापू में जाकर अपनी जान बचाई।
आज बागेश्वर विकास भवन के पास चार मजदूर नदी उफान पर आने पर नदी के बीचों बीच बने टापू में फंस गए। तेज बहाव के बीच मजदूरों ने बाहर आने की काफी कोशिस की पर वह आ नहीं सके। इसी बीच मजदूरों को संकट में देख पास की महिला मोनिका तिवारी ने इसकी जानकारी रेडक्रॉस बागेश्वर को दी। रेडक्रॉस के सदस्यों ने दमकल विभाग को मामले से अवगत कराया और कोतवाली पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घण्टों तक रेस्क्यू अभियान चलाया और चारों मजदूरों को नदी से बाहर निकाला। कोतवाल जगदीश ढकरियाल ने बताया कि जैसे ही उनके पास मजदूरों के फंसे होने की जानकारी आयी वह मौके पर पहुँचे और फायर टीम को भी जानकारी दी। जिसके बाद उनको सुरक्षित बाहर निकाला गया। साथ ही उन्होंने ठेकेदारों व नदी किनारे काम करने वालों से इस बीच नदी से दूरी बनाने की अपील की है। वही फायर प्रभारी महेश चंद्र ने बताया कि सूचना मिलते ही टीम ने त्वरित कार्यवाही करते हुए इस मौके पर लीडिंग फायरमैन गणेश चंद्र, फायरमैन महेश सिंह द्वारा नदी में तैर कर व फायरमैन नवीन चंद्र, लीडिंग फायरमैन त्रिलोक राम, चालक चंद्रप्रकाश , फायरमैन सूर्य प्रकाश, फायरमैन विनोद सिह, फायर मैन सुशील कुमार, फायरमैन सूरज सिंह, फायरमैन महेश सिंह द्वारा रस्सी व लाइफ जैकेट, व थ्रोबैग की सहायता से एक एक कर चारों व्यक्तियों को नदी के तेज बहाव से सुरक्षित स्थान पर निकाला गया चारों व्यक्ति सकुशल थे किसी प्रकार की चोट नहीं थी। उन्होंने लोगों से बरसात के सीजन को देखते हुए नदी किनारे नहीं जाने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि बरसात के वक्त नदी अचानक बढ़ जाती है इसलिए इस वक्त नदी से सभी लोग दूरी बनाए रखे। जिससे किसी भी तरह के जान माल का नुकसान न होने पाए। नदी में फंसे मजदूर केशव ने पुलिस टीम व फायर टीम का आभार जताया। घटनास्थल पर स्थानीय विमला जोशी, मोनिका तिवारी, पायल जोशी, दक्ष, बालकृष्ण व अन्य लोग मौजूद रहे।