पिथौरागढ़ टुडे 07 नवंबर
पिथौरागढ़। जिले के आंवलाघाट और चंडिका घाट में वर्ष 2006 में स्वीकृत मोटर पुलों का निर्माण नहीं होने से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महामंत्री एवं पिथौरागढ़ के पूर्व पालिकाध्यक्ष जगत सिंह खाती ने लोक निर्माण विभाग के खिलाफ गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने शीघ्र पुलों का निर्माण शुरू नहीं होने पर लोक निर्माण विभाग के एसई कार्यालय में धरने पर बैठने की चेतावनी दी है।

रविवार को अपने आवास में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व प्रदेश महामंत्री खाती ने कहा कि रामगंगा नदी के आंवलाघाट और चंडिकाघाट में दो मोटर पुल स्वीकृत हैं। उन्होंने बताया कि चंडिका घाट में 90 मीटर और आंवला घाट में 80 मीटर लंबा पुल वर्ष 2006 में स्वीकृत हो गया था। सड़क कट चुकी है लेकिन पुलों का निर्माण नहीं किया जा रहा है। इसके चलते जनता को इस सड़क का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इन पुलों के बनने से गंगोलीहाट और पिथौरागढ़ की दूरी कम हो जाएगी। इसके अलावा पिथौरागढ़ और गंगोलीहाट विकासखंडों के घाटी क्षेत्र के दर्जनों गांवों की हजारों की आबादी को यातायात सुविधा मिलेगी। मोटर पुल बनने के बाद दर्शनों के लिए चंडिका मंदिर और महाकाली मंदिर तक पहुंचना भी आसान हो जाएगा। खाती ने कहा कि पिथौरागढ़-घाट राष्ट्रीय राजमार्ग बंद होने पर इस सड़क से हल्द्वानी के लिए आवाजाही सुचारु रहेगी। उन्होंने कहा कि यदि एक सप्ताह के भीतर लोक निर्माण विभाग इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं करता है तो उन्हें अधीक्षण अभियंता के कार्यालय में धरने पर बैठने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस अवसर पर नितिन महर, पवन पाटनी, दीपक तिवारी मौजूद थे।